एक ही जगह देर तक बैठने से बढ़ता है मौत का खतरा! बैठते समय पॉजीशन का रखें खास ख्याल
नई दिल्ली: आज कल हर इंसान का काम कम्प्यूटर या मोबाइल से ही होता है. ऑफिस का काम हो या पढ़ाई का लोग लबें समय तक कम्प्यूटर स्क्रीन पर लगातार बैठे रह जाते है. जिससे कई शारीरिक समस्याएं होने लगती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो लोग एक दिन में 9.5 घंटे से अधिक बैठे रहते हैं, उन लोगों में मौत का खतरा बढ़ जाता है.
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काम या पढ़ाई करते समय हम एक ही पॉजीशन पर ज्यादा देर तक बैठे रह जाते है, जो हमारे लिए जानलेवा होती है. इसलिए बैठते समय पॉजीशन का खास ख्याल रखना चाहिए. एक ही पोश्र्चर में बैठने से गर्दन, पीठ, घुटने, कंधे, हिप, लोअर बैक में दर्द और अकड़न होने लगती है. देर तक बैठने से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए कुछ लोग कंफर्टेबल फर्नीचर का उपयोग करते हैं तो कुछ लोग स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं. अगर आप रोजाना सिर्फ 24 मिनट तेज गति से पैदल चलते हैं, तो आप इस खतरे को कम कर सकते हैं.
कम्प्यूटर डेस्क में बैठने का सही तरीका-
एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग
कुछ देर बैठने के बाद लोअर बैक, शोल्डर, कंधे आदि में अकड़न हो जाती है. इसलिए कम्यूटर डेस्क पर बैठकर भी कुछ एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग कर सकते हैं. ऐसा करने से थकावट महसूस नहीं होगी और मसल्स में अकड़न नहीं होगी.
माउस को दूर न रखें
माउस की गलत स्थिति में बैठने के पोश्चर को बदल सकती है. अगर अधिक देर तक माउस की स्थिति गलत रहती है तो यह आपको आगे झकने या फिर हाथों को दूर तक ले जाने के लिए मजबूर करेगी इसलिए माउस को अधिक दूर न रखें बल्कि कीबोर्ड के पास ही रखें.
सही सिटिंग पोजिशन
झुके हुए कंधे, झुकी हुई गर्दन और घुमावदार रीढ़. ये सारे कम्यूटर डेस्क पर बैठने के गलत तरीके हैं. लंबे समय तक ऐसे बैठने से शरीर में दर्द हो सकता है, पोश्चर बिगड़ सकता है, रीढ़ की हड्डी में चोट लग सकती है, डिप्रेशन हो सकता है, मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है. समस्याओं से बचने के लिए सही पोश्चर से बैठना चाहिए और कम्प्यूटर पर सही तरीके से बैठने के लिए डेस्क और कुर्सी की ऊंचाई पर ध्यान देना चाहिए. कुर्सी की ऊंचाई इतनी हो कि आपके पैर फर्श से स्पर्श करें और घुटने के पीछे की ओर 90 डिग्री का एंगल बन सके. गर्दन हमेशा रीढ़ की हड्डी की सीध में होना चाहिए ताकि स्क्रीन देखने के लिए गर्दन नीचे ना झुकानी पढ़े. स्क्रीन यदि आंख के 1-2 इंच ऊपर रहेगी तो वो भी सही रहेगा. हमेशा कम्प्यूटर स्क्रीन से कम से कम 20 इंच दूर बैठें.कंधों को आराम की स्थिति में रखें न कि उन्हें आगे या पीछे झुकाकर रखें.
लगातार ना बैठें
कभी भी 30 मिनट से अधिक देरी तक कम्यूटर स्क्रीन के सामने नहीं बैठना चाहिए और हर 30 मिनट के बाद कुछ देर के लिए स्क्रीन के सामने से उठना चाहिए. ऐसे में मसल्स और टेंडन में जकड़न नहीं आएगी और थकान भी नहीं होगी.
कंफर्टेबल चेयर पर बैठें
कम्प्यूटर पर काम करते समय हमेशा सही और कंफर्टेबल कुर्सी पर बैठना जरूरी होता है. कुर्सी हमेशा कंफर्टेबल, सपोर्टिव, एडजस्टेबल होना चाहिए. कुर्सी में हमेशा बैकरेस्ट (बैक सपोर्ट) होना चाहिए जो अपर और लोअर बैक को सपोर्ट देता है. इस सपोर्ट से रीढ़ की हड्डी कर्व में रहती है. इसके लिए एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई कुर्सियां खरीदें, जो विशेष रूप से डेस्क सिटिंग के लिए बनाई जाती हैं.