जयपुर: तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर के दूसरे दिन शनिवार को कांग्रेसियों ने किसानों के हितों के बात उठाकर पार्टी किसान हितैषी दर्शाने की कोशिश की। कांग्रेस वक्ताओं ने न्यूनतम सर्मथन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग और किसानों को कर्जमाफी से कर्जमुक्ति का लक्ष्य निर्धारित करने पर विचार रखे।
आज के मुख्य वक्ताओं में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा ने कृषि से जुड़े मुद्दों को उठाया और किसानों के हित में सभी आवश्यक कदम उठाये जाने पर जोर दिया। आज चिंतिन शिविर में कहा गया कि कृषि को उद्योग का दर्जा दिया जाए और किसानों के लिए राष्ट्रीय किसान ऋण राहत आयोग का गठन किये जाने की आवश्यकता बतायी।
चिंतिन शिविर में करीब चालीस वक्ताओं ने किसानों और कृषि से जुड़े विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। वक्ताओं ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था, वह अपना वादा पूरा नहीं कर सकी।
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कांग्रेस के चिंतन शिविर को रविवार को तीसरा और अंतिम दिन है। कल कांग्रेस अपनी किसी बड़ी रणनीति अथवा कार्ययोजना की घोषणा कर सकती है।