लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में केजीएमयू और आईआईटी कानपुर के एसआईबी शाइन का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन-सिनर्जिंग हेल्थ, इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एसआईबी शाइन) में जो 9 छात्र चयनित हुए उनको शुभकामनाएं देते हुए उन्हें नवरत्न की उपाधि दी। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में एसआईबी शाइन में बड़ा बदलाव तथा नई ऊर्जा देखने को मिलेगी। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नई जिम्मेदारी, नई सोच के साथ काम करना होगा।
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उन्होंने कहा कि चिकित्सा प्रौद्योगिकी की सफलताओं को एक अकल्पनीय स्तर तक ले जाने का लक्ष्य तय करना होगा। प्रशिक्षित इनोवेटर्स और उद्यमियों की आवश्यकता है, जो चिकित्सा उपकरणों और आपूर्ति के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में क्रांति ला सके। उन्होंने कहा कि केजीएमयू मेडिकल क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की मदद से उपकरण बनाने के लिए उद्यमियों और इनोवेटर्स की मदद करेगा, ताकि मरीजों के इलाज में एंडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया जा सके।
गौरतलब है कि किंग जार्ज मेेडिकल काॅलेज यूनिवर्सटी लखनऊ ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन- सिनर्जिंग हेल्थ, इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (एसआईबी शाइन) कार्यक्रम की स्थापना की, जो डीबीटी , भारत सरकार के द्वारा वित्त पोषित है। एसआईबी शाइन के पहले बैच वर्ष 2022-23 के लिये नव कुशल अभ्यर्थियों का चयन हुआ है।
कार्यक्रम में केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी, डीओआरडी आईआईटी कानपुर प्रो. ए.आर. हरीश और वैज्ञानिक भारत सरकार डॉ. कलावानी गणेशन सहित आदि उपस्थित थें।