ट्रेंडिंगन्यूज़

बायो सीएनजी संयंत्र के उप-उत्पाद के रूप में प्रतिदिन 160 मिट्रिक टन किण्वित जैविक खाद का उत्पादन होगा- दुर्गा शंकर मिश्र

लखनऊ: प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में पी0पी0पी0 मोड पर बायो-सी0एन0जी0 प्लाण्ट स्थापित किये जाने के संबंध में नगर निगमों द्वारा आमंत्रित ई0ओ0आई0 पर विचार-विमर्श एवं निर्णय लिये जाने हेतु ‘कमेटी ऑफ सेक्रेटरीज’ की बैठक आहूत की गई।

बायो सी0एन0जी0 प्लांट लगाने की स्वीकृति

दुर्गा शंकर मिश्र ने बैठक में विचार-विमर्श के उपरान्त पी0पी0पी0 मोड पर प्रयागराज में 200 टीपीडी क्षमता, गाजियाबाद में 300 टीपीडी व लखनऊ में 300 टीपीडी क्षमता के ठोस अपशिष्ट के जैविक कूड़े पर आधारित बायो सी0एन0जी0 प्लांट लगाने की स्वीकृति प्रदान की गई।

पीपीपी मोड पर डेवलपर द्वारा इन परियोजनाओं पर पूरी अवधि के लिए ओ0एण्ड0एम0 खर्च सहित 100 प्रतिशत पूंजी निवेश किया जायेगा, जिससे निकाय पर कोई वित्तीय बोझ नहीं होगा। दुर्गा शंकर मिश्र ने इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन से 300 करोड़ रुपये का कैपिटल इनवेस्टमेंट होगा तथा निकायों को 204 लाख रु की सालाना आमदनी रॉयल्टी के रूप में प्राप्त होगी।

ये भी पढ़ें- बिजली उपभोक्ताओं को झटकाः उत्तराखंड में बिजली बिल पर 6.5 फीसदी सरचार्ज देना होगा

ठोस कचरे के जैविक अंश पर आधारित यह बायो सीएनजी परियोजनायें सालाना 2 लाख टन कार्बन डाइ ऑक्साइड एवं अन्य ग्रीन हाउस गेैसेज को कम करेंगी। इन परियोजनाओं से 27,000 किलोग्राम बायो-सी0एन0जी0 प्रतिदिन उत्पन्न होगी, जिसका प्रयोग इंडस्ट्रियल, कामर्शियल एवं वाहनों के लिये ईंधन के रूप में किया जायेगा। इससे आयात पर निर्भरता कम होगी, जिसके परिणामस्वरूप विदेशी मुद्रा की बचत होगी।

160 मिट्रिक टन किण्वित जैविक खाद का उत्पादन होगा

दुर्गा शंकर मिश्र ने बायो सीएनजी संयंत्र के उप-उत्पाद के रूप में प्रतिदिन 160 मिट्रिक टन किण्वित जैविक खाद का उत्पादन होगा, जिसका उपयोग गंगा नदी सहित नदियों के किनारे खेती के लिए किया जा सकता है, इससे रासायनिक खाद का प्रयोग कम होगा और मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। यह नदी के पानी के साथ रासायनिक उर्वरकों के मिश्रण को भी रोकेगा। इस परियोजना के क्रियान्वित होने से 600 स्थानीय निवासियों के लिए प्रत्यक्ष और प्रयत्क्ष रूप से नये रोजगार का सृजन होगा।

बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button