नई दिल्ली: कहते हैं प्यार की कोई उम्र नहीं होती। प्यार किसी से भी और कभी भी हो सकता है। प्यार में उम्र कोई मायने नहीं रखती। कहा जाता है कि दिल बहुत नादां है, ये प्यार में रिश्ते-नाते नहीं देखता। गुरू-शिष्या का रिश्ता बाप-बेटी तुल्य माना जाता है। लेकिन यदि किसी छात्रा को अपने गुरू से प्यार हो जाए, तो इसमें बुराई क्या है।
तंजानिया में 26 साल की छात्रा के अपने से दोगुने उम्र (53) के प्रोफेसर से प्यार हो गया। शुरू में दोनों को लगा कि पढ़ाई-लिखाई के कारण उनमें अपनत्व की भावना है, लेकिन बाद में महसूस हुआ कि वे एक दूसरे को प्यार करने लगे हैं। दोनों की उम्र, धर्म, सामाजिक स्थितियां भिन्न होने से उन्हें थोड़ी परेशानी तो हुई, लेकिन प्यार सच्चा और स्वार्थ रहित था, इसलिए वे दूसरों के लिए प्रेरणास्वरुप उदाहरण बने।
आखिर कौन है ये छात्रा
दरअसल मरियम तंजानिया के मोरोगोरो के एक कॉलेज में पढ़ाई करती थी, जिसकी उम्र 26 साल की थी। कॉलेज में ही उसकी मुलाकात दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर ग्रेजेगोर्ज से हुई। प्रोफेसर ग्रेजेगोर्ज की उम्र तब 53 साल की थी। कमाल की बात ये है कि दोनों ने जब पहली बार एक दूसरे के देखा तो उन्हें पहली नजर में ही प्यार हो गया। ये बेमेल प्यार इतना परवान चढा कि दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया और कुछ माह बाद ही शादी कर ली। दोनों की उम्र में दोगुना अंतर था इसलिए इन दोनों को लोगों की आलोचना का भी शिकार होना पड़ा।
बेटे के पिता को दादा समझते हैं लोग
फिलहाल मरियम और ग्रेजेगोर्ज दोनों अपने तीन साल के बेटे के साथ हंसी खुशी जिंदगी बिता रहे हैं। दोनों अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में काफी खुश हैं। दोनों के बीच बेहतर अंडरस्टैंडिंग है। हालांकि मरियम कहती हैं कि उन दोनों की आयु में भारी अंतर होने से अनजान लोग कई मौकों पर उनके पति ग्रेज़ेगोर्ज को हम दोनों के तीन वर्षीय बेटे का दादा समझ लेते हैं। तब थोड़ा अजीब सा लगता है।
दोनों की धर्म-संस्कृति अलग-अलग
मरियम कहती हैं कि मेरे पति बहुत अमीर भी नहीं हैं, लेकिन दिल के बहुत नेक और पवित्र हैं, जिससे हमें किसी चीज की कमी नहीं खलती। साथ ही मरियम कहती है कि हमारी पारिवारिक पृष्ठभूमि में काफी कुछ अलग था, जैसे उम्र, धर्म और संस्कृति। ग्रेज़ेगोर्ज के स्वभाव में गंभीरता और दार्शनिकता थी, जबकि पहले मेरे व्यवहार में अल्हड़पन था। लेकिन जब हम साथ रहे और समय बीतता रहा, वैसे-वैसे हम एक दूसरे को बेहतर ढंग से समझे रहे हैं और यही वजह है कि हमारे रिश्ते में कभी कोई कड़वाहट नहीं आयी।
ऐज-गैपर आर्दश जोड़ा बना
फिलहाल मरियम और ग्रेजेगोर्ज दोनों बड़े ऐज-गैपर (दोनों की आयु में भारी अंतर) जोड़ा है। उनके बीच बेहतर तालमेल है और दोनों खुश हैं। इसलिए अन्य जोड़े उन्हें आर्दश जोड़ा मानते हैं। कुछ जोड़े उनसे खुशहाल गृहस्थ जीवन का राज पूछते हैं तो वे यही कहते हैं कि यदि पति-पत्नी में एक दूसरे के प्रति सम्मान और सच्चा प्रेम है तो जीवन में कोई भी तनाव नहीं आ सकता।