हर बार दूध पिलाने के बाद बोतल और उसके निप्पल को तुरंत साबुन और पानी से धोना चाहिए। इससे बोतल पर जमे हुए दूध के अवशेष आसानी से हट जाते हैं। जिससे उसकी सेहत सुरक्षित रहती है।
बोतल के किनारों पर दूध के अवशेष और गंदगी न जमें, इसके लिए हमेशा एक खास ब्रश का इस्तेमाल करें। सिलिकॉन या प्लास्टिक ब्रश का उपयोग करना सबसे बेहतर होता है।
बोतल को गर्म पानी में 10 मिनट तक भिगोएं। गर्म पानी में भिगोने से गंदगी फूल जाती है, जिससे उसे आसानी से साफ किया जा सकता है।
कई पेरेंट्स दूध की बोतल धोने के बाद तुरंत उसे फिर से बच्चे को दूध पिलाने के लिए देते हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। दूध पिलाने से पहले बोतल को स्टेरलाइज करना जरूरी है। बोतल को धोने के बाद उसे खुली हवा में सुखाएं। गीली बोतल में दूध पिलाने से बैक्टीरिया और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए हमेशा बोतल को अच्छे से सूखा लें।
बच्चे की बोतल को स्टेरलाइज करने का सबसे अच्छा तरीका भाप देना है, लेकिन कई घरों में स्टेरलाइज़र नहीं होते हैं। ऐसे में आप बच्चे की बोतल को पानी में 2 से 4 मिनट तक उबालकर भी स्टेरलाइज कर सकते हैं।