African students in India: अफ्रीकी छात्र पढ़ाई के लिए क्यों आते हैं भारत? छात्रवृत्ति या किसी अन्य कारण से!
भारत सरकार ने वर्ष 2015 में अफ्रीकी देशों के 50 हजार छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा की थी। इसके अनुसार वर्ष 2023 तक अफ्रीकी देशों के 32 हजार से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा चुकी है।
African students in India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय 5 देशों के विदेश दौरे पर हैं। 2 जुलाई से 10 जुलाई तक आयोजित हो रहे इस विदेश दौरे में पीएम मोदी पहली बार पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो और नामीबिया जा रहे हैं, जिसे कूटनीतिक दृष्टि से काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि, दूसरी ओर अफ्रीकी देशों के छात्रों के बीच भारत एजुकेशन हब के तौर पर लोकप्रिय हो चुका है। सवाल यह है कि अफ्रीकी देशों से बड़ी संख्या में छात्र उच्च शिक्षा के लिए भारत क्यों आते हैं? भारत में अफ्रीकी देशों के छात्रों की संख्या कितनी है? क्या भारत में शिक्षा के लिए आने की वजह स्कॉलरशिप है या कुछ और?
भारत में अफ्रीकी देशों से आने वाले छात्रों की संख्या
अफ्रीकी देशों से छात्र बड़ी संख्या में भारत आते हैं। एक आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2023 में लगभग 50 हजार अफ्रीकी छात्र भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में पढ़ने वाले छात्रों में सबसे अधिक संख्या नाइजीरिया से है। इसके बाद केन्या, जाम्बिया, तंजानिया, मॉरीशस के छात्रों का नंबर आता है। वहीं, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अफ्रीकी महाद्वीप के 19 से अधिक देशों के छात्र भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
पढ़े : क्या रूस से दोस्ती पड़ेगी महंगी, ट्रंप ने क्यों साधा दिल्ली और शंघाई पर निशाना?
सस्ती शिक्षा और STEM हैं मुख्य आकर्षण
अफ्रीकी देशों के छात्र उच्च शिक्षा के लिए भारत क्यों आते हैं? इस सवाल का जवाब है सस्ती शिक्षा और STEM शिक्षा। दरअसल, भारत में शिक्षा दूसरे देशों के मुकाबले सस्ती है, जो अफ्रीकी छात्रों के बजट में फिट बैठती है। वहीं, भारतीय विश्वविद्यालयों में STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) पाठ्यक्रम और इसकी फीस भी अफ्रीकी छात्रों को आकर्षित करती है।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
कितनी छात्रवृत्ति मिलती है?
सस्ती और STEM शिक्षा के साथ-साथ छात्रवृत्ति भी अफ्रीकी देशों के छात्रों को भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आकर्षित करती है। दरअसल, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) अफ्रीकी छात्रों के लिए भारत-अफ्रीका मैत्री छात्रवृत्ति कार्यक्रम चलाता है, जिसके तहत अफ्रीकी छात्रों को लगभग 900 छात्रवृत्तियाँ दी जाती हैं, जिसमें ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को 18,000 रुपये, पोस्ट-ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों को 20,000 रुपये और पीएचडी करने वाले छात्रों को 25,000 रुपये दिए जाते हैं। ट्यूशन फीस में रियायत भी प्रदान की जाती है। इसके साथ ही ई विद्या भारती और ई आरोग्य भारती कार्यक्रम के तहत भी अफ्रीकी छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है। इन दोनों कार्यक्रमों के तहत अफ्रीकी छात्रों को ट्यूशन फीस में रियायत दी जाती है। इसके साथ ही अफ्रीकी देश अपने छात्रों को छात्रवृत्ति भी देते हैं।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
अफ्रीकी देशों के 32 हजार छात्रों को छात्रवृत्ति
भारत सरकार ने अपने छात्रवृत्ति कार्यक्रम के तहत वर्ष 2023 तक अफ्रीकी देशों के 32 हजार से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की है। भारत सरकार का लक्ष्य अफ्रीकी देशों के 50 हजार छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करना है। दरअसल, भारत सरकार ने वर्ष 2015 में भारत अफ्रीका फोरम समिट-III के दौरान 50,000 छात्रवृत्तियों की घोषणा की थी। ये छात्रवृत्तियाँ ई-विद्याभारती कार्यक्रम के तहत प्रदान की जा रही हैं।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TVलाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा Aopp डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV