Umesh Pal Murder Case: अब ED नेस्तनाबूद करेगी अतीक व करीबियों का अरबों का आर्थिक साम्राज्य !
माफिया अतीक अहमद व उसके गैंग को मिट्टी में मिलाने के लिए ED की भी एंट्री होने वाली है। इसके लिए ED के एक तेज तर्रार आला अफसर कई दिनों से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के जोनल कार्यालय प्रयागराज में आये हुए हैं। इस आला अफसर के नेतृत्व में स्थानीय ED अधिकारियों ने अतीक व उसके खास गुर्गों द्वारा अवैध तरीके से कब्जायी गयी एक अऱब से अधिक संपत्तियों को चिंहित कर लिया है, जिनको जल्द ही ईडी अपने कब्जे में लेने जा रही है।
प्रयागराज। 24 फरवरी हो हुए शूटआउट में मारे गये उमेश पाल व उनके दो सरकारी गनर के हत्यारे अभी तक भले की स्थानीय पुलिस व यूपी एसटीएफ की गिरफ्त में नहीं आये हों, लेकिन अब जल्द ही माफिया अतीक अहमद व उसके गैंग को को मिट्टी को मिलाने के काम में प्रवर्तन निदेशालय (ED) उतरने वाली है। सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद व उसके नजदीकियों के अरबों का आर्थिक साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने की जिम्मेदारी प्रवर्तन निदेशालय को दी गयी है।
सूत्रों का कहना है कि एक तरफ जहां यूपी पुलिस व प्रयागराज प्रशासन, विकास प्राधिकरण अपने स्तर से अतीक गैंग पर शिकंजा कसने में लगा है, वहीं माफिया अतीक अहमद व उसके गैंग को मिट्टी में मिलाने के लिए ED की भी एंट्री होने वाली है। इसके लिए ED के एक तेज तर्रार आला अफसर कई दिनों से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के जोनल कार्यालय प्रयागराज में आये हुए हैं। इस आला अफसर के नेतृत्व में स्थानीय ED अधिकारियों ने अतीक व उसके खास गुर्गों द्वारा अवैध तरीके से कब्जायी गयी एक अऱब से अधिक संपत्तियों को चिंहित कर लिया है, जिनको जल्द ही ईडी अपने कब्जे में लेने जा रही है।
कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर तरह से माफिया के अस्तित्व विहीन करने के लिए गैर कानूनी ढंग से कमाई संपत्ति को जब्त करने का निर्देश दिया है। इसके लिए यूपी पुलिस गैंगस्टर के तहत संपत्ति जब्त कर रही है, वहीं प्रयागराज विकास प्राधिकरण भी अवैध निर्माणों को गिराने में लगा है।
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अब ईडी के अधिकारी भी अपने स्तर ने कानूनी दायरे में रहकर माफिया अतीक व उसके नजदीकियों पर शिकंजा कसने में लग गये हैं। ईडी ने अतीक अहमद व उसके गुर्गों के करीब प्रयागराज, लखनऊ, कौशाम्बी व अन्य जनपदों में 100 करोड़ से अधिक संपत्ति का पता लगाया है। इन संपत्तियों पर ईडी का किसी भी क्षण कानूनी हथौड़ा चल सकता है।
इधर पता है कि उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक ने लखनऊ के नेता से बात की थी। उसने विधानसभा सत्र के दौरान शूटआउट करने पर नाराजगी जताई थी। पुलिस इस सफेदपोश से अतीक की कॉल मामले में उसे कोर्ट में पेश कर सकती है। इसके लिए STF अतीक को बी वारंट पर साबरमती से प्रयागराज लाने की तैयारी में है। इधर बहराइच के कारोबारी की तलाश की जा रही है। इस कारोबारी ने अतीक अहमद के बेटे असद के एक रात बहराईच में रुकने की व्यवस्था करायी थी। इसके बाद इस कारोबारी ने असद को नेपाल भगाने में सहायता की थी।