Ministry of Social Justice and Empowerment की ओर से जारी आंकडे के मुताबिक जिले में मई के महीने में 37397 प्रमाणीकरण नही होने के कारण पेंशनधारियो को पेंशन (Pension) नही मिलेगी. पेंशन (Pension) प्रमाणीकरण के मामले में प्रतापगढ अपना प्रमाणीकरण करवाया. सरकार के आदेश के मुताबिक 31 मार्च तक प्रमाणीकरण नही कराने वालों को भी विभाग ने सरकारी(govt) आदेश मुताबिक पेंशन (Pension) जारी की है. लेकिन अब ऐसा नही होगा. प्रदेशभर में प्रमाणीकरण के मामले में सबसे कम 67% चित्तौडगढ, 70% भीलवाडा में , 71% पाली, 72 % बारां में हुआ है सरकार की ओर सें पेंशनधारियों को सुविधा देने के लिए अब घर बैठे सेल्फी प्वाइंट के माध्यम से भी प्रमाणीकरण किया जा सकता है. पेंशनधारियो को विभाग और ईमित्र के चक्कर नही लगाने पडेंगे.
कोई भी व्यक्ति जो एंड्रॉयड फोन (Android Phone) चलाता है वह सबसे पहले अपने मोबाइल मे रोज एसएसपी ऐप मोबाइल मे जनवेट होने के लिए डाउनलोड करना होता है ऐप मोबाइल मे पूरी तरीके से चलने लगेगा किसी भी पेंशनधारी के पीपी नंबर डालकर सेल्फी (Selfie) का ऑप्शन आएगा सेल्पी अपलोड करते ही पेंशनधारी का पेंशन प्रमाणीकरण कर सकता है इससे आमजन को कार्यालयों के चक्कर नही लगाने पडेंगे.
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पेंशन (Pension) प्रमाणीकरण कराने को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग लोगो को जानकारी नही होने के चलते वह जिला कलेक्टर कार्यालय और सामाजिक न्याय अधिकारिकता विभाग के साथ ई- मित्र के चक्कर लगाते है कई दूरदराज पहाडी अंचल क्षेत्र में ग्रामीणों के आसपास के क्षेत्र में किसी के पास एंड्रॉइड फोन (Android Phone) नही है तो किसी के पास नेटवर्क (Network) नही है ऐसी कई समस्याएं देखने को मिली है कहीं पेशनधारियों के अंगूठे के निशान नही आने के कारण सरकार की इस योजना का लाभ नही ले पा रहे है.
सबसे अधिक प्रमाणीकरण वाले जिले-
टोंक- 95.01%, सवाई माधोपुर-89%, करौली-87%, सिरोही- 95.91%
सबसे कम प्रमाणीकरण वाले जिले–
पाली-71%, भीलवाडा-70%, बारां-72%, चित्तौडगढ-67%
जिन पेंशनधारियों का प्रमाणीकरण नही हुआ है जल्द ही जनप्रतिनिधियों से मिलकर उन्हे जागरूक कर उनका प्रमाणीकरण किया जाएगा, ताकि जिले में प्रमाणीकरण के आंकडे में वृद्धि हो जिससे आमजन को राहत मिले.