दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद में दिए गए बयान पर भाजपा पूरी तरह से हमलावर हो गई है। राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि असली हिंदू और हिंसक हिंदू में फर्क है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश में डर का माहौल पैदा कर रही है और हिंदुओं को हिंसक बना रही है। इस बयान के बाद संसद में तीखी बहस छिड़ गई है।
राहुल गांधी का बया
संसद में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कहा, “असली हिंदू और हिंसक हिंदू में फर्क है। भाजपा और आरएसएस देश में डर और नफरत का माहौल पैदा कर रहे हैं। वे हिंदुओं को हिंसक बना रहे हैं और यह देश के लिए खतरनाक है।” राहुल ने अपने बयान में यह भी कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण समाज में बंटवारा हो रहा है और लोगों के बीच असहिष्णुता बढ़ रही है।
भाजपा का पलटवार
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के बयान को हिंदू धर्म का अपमान बताया और कहा कि यह कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति को दर्शाता है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “राहुल गांधी का बयान न केवल हिंदुओं का अपमान है बल्कि यह देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है। कांग्रेस पार्टी हमेशा से विभाजनकारी राजनीति करती आई है और यह बयान उसी का एक हिस्सा है।”
सीएम योगी बोले- राहुल गांधी विश्व के करोड़ों हिंदुओं से माफी मांगें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राहुल गांधी को दुनिया के करोड़ों हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए।साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि हिंदू भारत की मूल आत्मा है। हिंदू सहिष्णुता, उदारता और कृतज्ञता का प्रतीक है। हमें गर्व है कि हम हिंदू हैं।सीएम योगी ने लिखा कि मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में लगे, खुद को ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ कहने वाले लोग यह नहीं समझ पाएंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को विश्व के करोड़ों हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भारत माता की आत्मा को आहत किया है।
संसद में हंगामा
राहुल गांधी के बयान के बाद संसद में भारी हंगामा हुआ। भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी से उनके बयान के लिए माफी मांगने की मांग की। वहीं, कांग्रेस सांसदों ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जो कुछ कहा वह सच है और भाजपा को अपने आचरण पर विचार करना चाहिए। इस दौरान संसद की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
राहुल गांधी के बयान और भाजपा की प्रतिक्रिया पर राजनीतिक जगत में भी जोरदार बहस छिड़ गई है। विपक्षी दलों ने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण देश में असहिष्णुता और हिंसा बढ़ रही है। वहीं, भाजपा समर्थकों ने राहुल गांधी के बयान को गैरजिम्मेदाराना और विभाजनकारी करार दिया।
निष्कर्ष
राहुल गांधी के बयान और उस पर भाजपा की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि दोनों दलों के बीच तनाव और तीखी बहस जारी है। यह मुद्दा न केवल संसद में बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह बहस किस दिशा में जाती है और इसका राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।