CM Yogi On Muharam: योगी बाबा के सुर में सुर मिलाने लगे मुसलमान, कट्टरपंथियों में घमासान!
CM Yogi On Muharam: मुहर्रम पर सीएम योगी के आदेशों की अगर अवहेलना होती, तो फिर सभी को पता है फिर क्या होता। बुलडोजर दहाड़ेगा, योगी पुलिस तोड़ेगी और तो और 7 पीढ़ियों को इसका परिणाम चुकाना पड़ेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ का साफ फरमान है कि यूपी में NO VIOLENCE, जिसका इसका मतलब नहीं पता है तो फिर वो पुलिस का इतिहास खंगालले।
मुहर्रम पर सीएम योगी के आदेश को लेकर यूपी के शिया मुस्लिमों के सुर बदलने लगे हैं, अब वो मानने लगे हैं कि मुहर्रम पर योगी आदित्यनाथ का आदेश गलत नहीं है। इसलिए अब परंपरा से हटकर कुछ भी नया नहीं किया जायेगा।
सीएम योगी ने आदेश में कहा था कि मुहर्रम पर हथियारों का प्रदर्शन नहीं होगा, यानी जुलूस के दौरान जो लोग हथियारों की नुमाइश करते हैं। उसपर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। आदेश इसलिए जारी किया गया था, ताकि सूबे का माहौल खराब ना हो। क्योंकि मुहर्रम के जुलूस में ऐसी तस्वीरें आम रहती हैं। मुहर्रम के पहले दिन यूपी के शिया मुस्लिमों का कहना था, कि वो आदेश को नहीं मानेंगे। तब वो इस जिद पर अड़े थे कि उनका मुहर्रम जैसे मनाते आए हैं वैसे ही मनाएंगे। हालांकि, तब भी शिया मुस्लिम धर्मगुरु सीएम योगी के आदेश को सही ठहरा रहे थे। लेकिन 5 दिन के अंदर यूपी में शिया मुस्लिमों की सोच और मुहर्रम की तस्वीर बदल गई है।
शिया मुस्लिमों को सीएम योगी का आदेश मंजूर है। यहां बिना किसी हथियार के जुलूस की प्रैक्टिस की जा रही है। सीएम योगी ने मुहर्रम और कांवड़ यात्रा दोनों को लेकर आदेश जारी किये हैं, ऐसा नहीं है कि किसी एक समुदाय विशेष के लिए आदेश आया। यही वजह है कि इस बार कांवड़ यात्रा और मुहर्रम के दसवें दिन उत्तर-प्रदेश की तस्वीर बदली हुई दिखाई दे सकती है। फिर भी जो योगी के आदेश का पालन नहीं करेंगे, उनपर सख्त कार्रवाई के लिए ग्राउंड पर यूपी पुलिस एक्टिव है। परंपरा के हिसाब से जुलूस निकलता है तो सब ठीक रहेगा..अगर तलवार लहराई जाएगी तो योगी ने पुलिस को कड़े एक्शन लेने की खुली छूट दे दी है।
हालांकि कल एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें मुहर्रम के जुलूस के दौरान एक युवक ने फिलिस्तीन का झंडा लहराया था। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है। जो ये बताता है कि यूपी पुलिस का सिर्फ एक ही मकसद है कि यूपी में शांति रहे।