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Chardham Yatra 2024 concluded: चारधाम यात्रा 2024 संपन्न: 46 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए देवभूमि के पवित्र धामों के दर्शन

चारधाम यात्रा 2024 संपन्न: 46 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए देवभूमि के पवित्र धामों के दर्शन

Chardham Yatra 2024 concluded: उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का 2024 का सीजन रविवार, 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही समाप्त हो गया। इस बार 46 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधामों के दर्शन कर यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। देवभूमि की इस पवित्र यात्रा में बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ हेमकुंड साहिब का भी दर्शन शामिल रहा।

30 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे बदरीनाथ और केदारनाथ


चारधाम यात्रा का शुभारंभ 10 मई 2024 को हुआ था। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट 10 मई को खुले, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए थे। यात्रा के 153 दिनों के दौरान बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी।


इस वर्ष चारधाम यात्रा में बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुले और 17 नवंबर तक कुल 14,35,341 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को खुले और 3 नवंबर तक 16,52,076 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे। दोनों धामों में कुल 30 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अपनी आस्था प्रकट की। दोनों धामों में पहुंचे कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 30,87,417 रही।

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम भी रहे श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र


उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में भी इस वर्ष श्रद्धालुओं का भारी उत्साह देखने को मिला। गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुले और 2 नवंबर तक कुल 8,15,273 श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए। वहीं, यमुनोत्री धाम में 10 मई से 3 नवंबर तक कुल 7,14,755 श्रद्धालु मां यमुना की पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे। दोनों धामों ने तीर्थयात्रियों के आस्था और विश्वास का विशेष केंद्र बने रहे। गंगोत्री और यमुनोत्री में कुल 15,30,028 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

हेमकुंड साहिब में भी उमड़ी आस्था की बयार


पवित्र हेमकुंड साहिब-लोकपाल तीर्थ और श्री लक्ष्मण मंदिर में इस बार 1,83,722 तीर्थयात्री पहुंचे। यह यात्रा 25 मई से 10 अक्टूबर तक चली।

आपदा के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार


इस साल यात्रा सीजन बारिश और प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित रहा। जुलाई के महीने में उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते केदारनाथ यात्रा पर प्रतिकूल असर पड़ा। इसके बावजूद बाबा केदार के दर्शन करने वालों का आंकड़ा 16 लाख के पार पहुंच गया।

चारधाम यात्रा इस बार सिर्फ 153 दिन चल सकी, जबकि पिछले साल यह 205 दिनों तक चली थी। इसके बावजूद, प्रतिदिन दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का औसत इस बार 31,372 रहा, जो पिछले साल के 26,743 औसत से कहीं अधिक है।

चारधाम यात्रा के ऐतिहासिक आंकड़े
2024 में चारधाम यात्रा में कुल 46,17,445 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इनमें:
बदरीनाथ और केदारनाथ: 30,87,417
गंगोत्री और यमुनोत्री: 15,30,028

अगर यात्रा 205 दिनों तक चलती, तो अनुमान है कि तीर्थयात्रियों की संख्या 64 लाख को पार कर जाती।

आगामी यात्रा सीजन की तैयारियां


अब चारधाम यात्रा 2025 अप्रैल-मई में फिर से शुरू होगी। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति और उत्तराखंड सरकार ने अगले सीजन के लिए तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। इस साल की यात्रा में मिली सफलता और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए, अगले साल सुविधाओं और प्रबंधन में सुधार की उम्मीद है।

चारधाम यात्रा का महत्व


चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उत्तराखंड की आर्थिकी का भी अहम हिस्सा है। हर साल लाखों श्रद्धालु इन पवित्र धामों में पहुंचते हैं, जिससे राज्य में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलता है।

2024 की यात्रा ने एक बार फिर देवभूमि की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है और श्रद्धालुओं के उत्साह और आस्था को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

Written By। Mansi Negi । National Desk। Delhi

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