UP Ghaziabad News: किसानों का दिल्ली की ओर मार्च! सरकार और पुलिस के बीच तनाव, किसानों की प्रमुख मांग, 10% हिस्सेदारी के साथ घर बनाने का अधिकार
नोएडा के सट्टा चिल्ला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब किसानों ने दिल्ली जाने की कोशिश की। इस दौरान, पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए किसानों और बुजुर्ग महिलाओँ को हिरासत में लिया और उन्हें नोएडा के किसी सुरक्षित स्थान पर भेज दिया।
UP Ghaziabad News: दिल्ली में एक बार फिर किसानों का आंदोलन तेज़ हो गया है। नोएडा के सट्टा चिल्ला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब किसानों ने दिल्ली जाने की कोशिश की। इस दौरान, पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए किसानों और बुजुर्ग महिलाओँ को हिरासत में लिया और उन्हें नोएडा के किसी सुरक्षित स्थान पर भेज दिया।
किसानों का गुस्सा: जमीन के बदले मकान की मांग
किसानों की प्रमुख मांग यह है कि जिन ज़मीनों को अधिकारियों ने अधिकृत किया है, उन पर 10% हिस्सा दिया जाए, ताकि वे अपने परिवार के लिए वहां घर बना सकें। किसानों का कहना है कि उन्हें अपनी ज़मीन का हक मिलना चाहिए, ताकि वे एक स्थिर और सुरक्षित जीवन जी सकें।
6 दिसंबर तक आंदोलन तेज़ हो सकता है, किसान संगठनों का दावा
किसान संगठनों ने 6 दिसंबर तक दिल्ली में बड़ा आंदोलन करने की योजना बनाई थी, लेकिन सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया। किसान संगठन इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है, जबकि अधिकारियों का कहना है कि इस मामले पर जल्द ही कोई हल निकाला जाएगा।
किसानों का भविष्य: समाधान का इंतजार
हालांकि स्थिति फिलहाल कड़ी निगरानी में है, लेकिन किसानों के आंदोलन ने एक बार फिर से सरकार को चुनौती दी है। अब देखना यह है कि सरकार और किसान संगठनों के बीच कब तक कोई ठोस समझौता होता है, और क्या किसानों की समस्याओं का समाधान शीघ्र निकलेगा।