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Almora youth created eco-friendly smart stick: अल्मोड़ा के युवा ने बनाई इको-फ्रेंडली स्मार्ट स्टिक: वनकर्मियों की गश्त में बना सहायक उपकरण

Almora youth created eco-friendly smart stick:अल्मोड़ा के युवा ने बनाई अनोखी स्मार्ट स्टिक, जो वनकर्मियों के गश्त में मददगार साबित हो रही है। यह हाईटेक स्टिक कई खूबियों से लैस है और अब जंगलों की निगरानी का कारगर हथियार बन गई है।

Almora youth created eco-friendly smart stick: हल्द्वानी: उत्तराखंड के घने जंगल, जहां वन्यजीवों और प्राकृतिक संपदाओं की सुरक्षा वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी रहती है, वहां अब वनकर्मी एक नई तकनीकी सहायता से लैस हो गए हैं। अल्मोड़ा के एक युवा, रवि टम्टा, ने इको-फ्रेंडली स्मार्ट स्टिक तैयार की है, जो न केवल वन विभाग के कर्मचारियों के लिए उपयोगी साबित हो रही है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूकता का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।

क्या है स्मार्ट स्टिक और इसकी विशेषताएं?

रवि टम्टा ने बांस की लकड़ी से बनाई इस स्मार्ट स्टिक को विशेष रूप से वनकर्मियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया है। यह स्टिक पूरी तरह इको-फ्रेंडली है और इसे बनाने में किसी तकनीकी सहायता का उपयोग नहीं किया गया।

Almora youth created eco-friendly smart stick: Almora youth created eco-friendly smart stick: Helpful tool for forest personnel patrolling

स्मार्ट स्टिक की मुख्य खूबियां इस प्रकार हैं:

  1. इन-बिल्ट टॉर्च और ब्लिंकिंग लाइट: गश्त के दौरान रात में रोशनी की जरूरत को पूरा करती है।
  2. मोबाइल चार्जिंग सुविधा: स्टिक में एक मोबाइल चार्जिंग पोर्ट दिया गया है, जो सौर ऊर्जा से संचालित होता है।
  3. लोकेशन ट्रैकिंग के लिए कंपास: जंगलों में दिशा का पता लगाने के लिए इसमें कंपास लगाया गया है।
  4. रेड लाइट सिग्नल: खतरे के समय रेड लाइट सिग्नल का उपयोग किया जा सकता है।
  5. सोलर पैनल: स्टिक की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए इसमें सोलर पैनल जोड़ा गया है।
  6. लाइटवेट और टिकाऊ डिज़ाइन: बांस से बने होने के कारण यह हल्की और मजबूत है।

वन विभाग ने दी सराहना

हल्द्वानी वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि स्मार्ट स्टिक वनकर्मियों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रही है। जंगलों में गश्त के दौरान कर्मचारियों को अक्सर मोबाइल चार्जिंग और लाइटिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब इस स्टिक के माध्यम से ये समस्याएं हल हो गई हैं।

कुंदन कुमार ने यह भी बताया कि उत्तराखंड बंबू बोर्ड के माध्यम से स्मार्ट स्टिक का पहला बैच विभाग द्वारा खरीदा गया है। प्रारंभिक चरण में 50 स्टिक मंगाई गई हैं, जिनका उपयोग वनकर्मी जंगलों में कर रहे हैं।

स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणा

इस स्मार्ट स्टिक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे बाजार में मिलने वाले भारी और महंगे स्टिक की तुलना में किफायती बनाया गया है। प्रति स्टिक की कीमत मात्र ₹3500 है। यह स्थानीय स्तर पर तैयार की गई है, जिससे न केवल यह रोजगार के अवसर पैदा कर रही है, बल्कि स्थानीय प्रतिभा को भी प्रोत्साहित कर रही है।

स्मार्ट स्टिक का प्रभाव

स्मार्ट स्टिक का उपयोग शुरू होने के बाद वनकर्मियों ने इसे बेहद उपयोगी पाया है। इसका हल्का वजन और बहुउद्देशीय उपयोग इसे जंगल की कठिन परिस्थितियों में आदर्श बनाते हैं।

Written By। Mansi Negi । National Desk। Delhi

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