Lucknow Building Collapse: लखनऊ में ताश के पत्तो की तरह ढही 3 मंजिला इमारत, 8 की मौत, 24 से अधिक घायल
A 3-storey building collapsed like a pack of cards in Lucknow, 8 dead, more than 24 injured
Lucknow Building Collapse: उत्तर प्रदेश के लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में 3 मंजिला इमारत गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई और 24 लोग घायल हो गए। देर रात तक राहत कार्य जारी रहा। पुलिस और दमकल विभाग के जवानों के अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर भेजी गई हैं।
लखनऊ से दर्दनाक घटना की खबर आई हैं बता दें शनिवार यानि 7 सितंबर की दोपहर साढ़े 3 बजे बारिश के बीच ट्रांसपोर्ट नगर में 3 मंजिला हरमिलाप कॉम्प्लेक्स गिर गया। कॉम्प्लेक्स में 4 गोदाम थे, जिनमें 30 से ज़्यादा लोग काम करते थे। इनमें इंजन ऑयल और दवा कंपनियों के गोदाम भी शामिल थे। मलबे में दबने से कारोबारी जसमीत साहनी समेत 8 लोगों की मौत हो गई और 24 घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। देर रात तक बचाव अभियान जारी रहा।
पुलिस और दमकल विभाग के अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर भेजी गई हैं। कटर की मदद से मलबा हटाया जा रहा है ताकि लोगों को निकाला जा सके। प्रशासन के मुताबिक, हताहतों की संख्या और भी हो सकती है।
अचानक इमारत ढहने की क्या है वजह ?
ट्रांसपोर्ट नगर व्यापार मंडल एवं वेयरहाउस के प्रवक्ता राजनारायण सिंह का कहना है कि हालांकि इस मामले पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन इमारत के ढहने का कारण जलभराव था, जिससे नींव कमजोर हो गई थी। इस बारे में कई शिकायतें की गईं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।
गोंडा निवासी दीपक कुमार (जो दुर्घटना के समय इमारत के अंदर थे) ने कहा हैं कि वह एक दवा कंपनी में काम करता है। अचानक, उन्होंने देखा कि इमारत का खंभा एक तरफ से धंस रहा था, जिससे इमारत झुक रही थी। दीपक ने चिल्लाते हुए सभी को बाहर आने के लिए कहा। लोग निकलते इससे, उससे पहले ही इमारत गिर गई।
इस वजह से गिरी इमारत
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है, यह घटना खंभे के प्लास्टर टूटने और गिरने से एक घंटे पहले हुई थी। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि कांप्लेक्स के पिलर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। जिला मजिस्ट्रेट सूर्यपाल गंगवार ने कहा, जांच पूरी होने तक इमारत के ढहने का कारण पता नहीं चल पाएगा। लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन प्रभाग के प्रमुख अतुल कृष्ण सिंह के अनुसार, यह इमारत कुमकुम सिंघल की है। नक्शा 31 अगस्त 2010 मे पास हुआ था।
राजनाथ सिंह ने भी जताया दुख
इमारत में कोई निर्माण कार्य नहीं चल रहा था और न ही कोई बेसमेंट था। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश और अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार को मौके पर भेजा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हादसे पर दुख जताया है।