नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका देने जा रहे हैं। शिवसेना के 19 में से 12 सांसदों की शिंदे से नजदीकी बढने और उनका उद्धव ठाकरे गुट से अलग गुट होकर नया गुट बनाने के लिए सांसदों ने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात की।
महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से नये समीकरणों और हालात को देखते हुए केन्द्र सरकार ने इन 12 शिवसेना सांसदों की सुरक्षा की समीक्षा की और सभी को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इस श्रेणी की सुरक्षा दिये जाने पर उनके घर और आवास पर अर्द्ध सैनिक बलों के जवान तैनात रहेंगे।
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बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थक शिवसेना सांसदों की बैठक बुलायी थी, जिनमें सदाशिव लोखंड़े, हेमंत गोडसे, हेमंत पाटील, राजेन्द्र गावित, संजय मंडलीक, श्रीकांत शिंदे, श्रीरंग बारणे, राहुल शेवाळे, प्रतापराव जाधव, धैर्यशील माने, कृपाल तुमाने और भावना गाविल पाटील शामिल हुई थीं। माना जा रहा है कि अब सभी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात करेंगे। सूत्रों का कहना है कि इनमें कुछ सांसदों को केन्द्र सरकार में मंत्री पद से भी नवाजा जा सकता है।
इसी बात का निर्णय करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंगलवार को नई दिल्ली पहुंच गये हैं, जहां वे प्रधानमंत्री और अमित शाह से मुलाकात कर रहे हैं। ये सभी महाराष्ट्र सदन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलकर पूरी रणनीति बना चुके हैं। शिंदे गुट अब हर मोर्चे पर उद्धव ठाकरे गुट को मात देने के अभियान में लगे हैं। इसी की तहत युवा सेना के सचिव वरुण सरदेसाई को हटाकर शिंदे गुट के किरण साली को युवा सेना का सचिव मनोनीत कराया गया है।