Akhilesh Yadav’s Attack on BJP: 4 जून को लोकसभा चुनाव (Loksabha election 2024) का परिणाम आ रहा है। पूरा देश बेसब्री से नतीजों का इंतजार कर रहा है। रिजल्ट से एक दिन पहले सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने लखनऊ (Lucknow) में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने केंद्र सरकार (central government) की नीतियों पर कई सवाल उठाए। कहा कि बीजेपी ने लोकतंत्र की भावना का अपमान किया।
अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव (Loksabha election) नतीजे आने से एक दिन पहले 3 जून को लखनऊ में प्रेस वार्ता (press conference) कर बीजेपी पर तमाम आरोप लगाए। अखिलेश ने केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने इलेक्टोरल बांड ( electoral bonds) पर सवाल उठाए। सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पेपर लीक कराए। बीजेपी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। महंगाई की तरफ बीजेपी ने ध्यान नहीं दिया। बीजेपी ने देश को बेराजगारी दी है। मानसिक रूप से बीजेपी ने अपने समर्थकों को हिंसक बनाया है।
सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी किसानों के लिए तीन काले कानून लेकर आई थी। उसने किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की। बीजेपी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। बीजेपी ने अपने मंत्रियों से किसानों के लिए अपशब्द कहलवाए। बीजेपी ने ED और CBI जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया। विकास के झूठे आंकड़े देकर जनता को ठगा है।
सातवें दौर के मतदान के बाद एग्जिट पोल जारी किए गए और उनमें से अधिकांश ने संकेत दिया कि एनडीए बहुमत हासिल करेगी।
जबकि इंडिया अलायंस (I.N.D.I.A ALLIANCE) के समर्थकों का दावा है कि गठबंधन जीतेगा और 4 जून के परिणामों में 295 सीटें प्राप्त करेगा, सत्तारूढ़ पार्टी ने इस घटनाक्रम पर संतोष व्यक्त किया है।
लोगों ने वैक्सीयन का डर बैठा दिया’
अखिलेश यादव ने कहा कि एग्जिट पोल्स ( exit polls ) दिखाने वाली कंपनियां बहुत सालों से बीजेपी के लिए बूथ मैनेजमेंट (Booth Management ) का काम कर रही हैं। मनोवैज्ञानिक (Psychological ) रूप से लोगों के दिल और दिमाग में जानलेवा वैक्सीन (vaccine) लगवाने के बाद बीमार होने पर डर बैठा दिया। जो महिलाओं पर अत्याचार शोषण के दोषी हैं, न्यायालय तक में अपने लोग पिछले दरवाजे से सेट किए। न्यायाधीशों से खुलकर एक विचारधारा विशेष के लिए बयान दिलवाया गया। बीजेपी ने लोकतंत्र की भावना का अपमान किया। चुनाव के नतीजे को कुछ भ्रष्ट मीडिया कर्मी और अधिकारियों की मिली वजह से बदला भी गया है।