UP saharanpur News: सहारनपुर जिला अस्पताल में आशाओं का मुख्य चिकित्सक अधिकारी के गेट के बाहर धरना
Asha workers staged a sit-in outside the gate of the chief medical officer at Saharanpur district hospital
UP saharanpur News: ननौता सीएससी पर एएनएम डॉक्टर एवं आशा के बीच हुए विवाद और मारपीट की घटना के विरोध दस दिन पूर्व आशाओं ने जिला अधिकारी को प्रमोद कुमार डॉक्टर के खिलाफ शिकायती पत्र दिया था. डॉक्टर प्रमोद को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. और दस दिन बीतने के बाद भी आज तक डॉक्टर पर कोई कार्यवाही नही हुई.
डॉ पर कार्यवाही नहीं होने से नाराज अलग-अलग ब्लॉक की सैकड़ो आशाओं ने आज जिला चिकित्सा मुख्यालय पर पहुंचकर डॉक्टर के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया, आशाओं ने बताया की डॉक्टर हमारी आशा बहन का मानदेय के वाउचर पर तीन महीने पास नही कर रहा था और हम आशाओं को अभ्रता और आशा के साथ मारपीट की.
साथ ही हम आशाओं को एक निजी कंपनी के साथ ब्लॉक में जोड़ा गया है जहां हमे एक निजी कम्पनी के युवक के कहने पर गांव में सभी पांच साल ऊपर युवा महिलाओ को हेपेटाइटिस बी इंजेक्शन लगवाने होंगे,भोले भाले वाले ग्रामीणों को डरा कर उनसे एक राजिस्टेशन कार्ड के ₹10 और इंजेक्शन के 60 से ₹70 लिए जा रहे हैं , सिर्फ एक डॉक्टर बिना डिग्री के गांव ननौता के गांव लैंडोरा में इंजेक्शन लगाने का काम कर रहा है ना तो उसके पास डिग्री है और ना ही किसी सरकार से मान्यता प्राप्त है. अन्य जिले से आकर गांव देहात में हेपेटाइटिस बी का इंजेक्शन लगा रहा है, सीएमओ ने उसे एक लेटर जारी किया की तुम गांव में जाकर आशाओं को साथ में लेकर गांव वालो को इंजेक्शन लगवाओ और उनसे पैसे लो सरकार का आदेश है.
वही सरकार का कोई आदेश पैसा लेना का नही आया है सरकार जो भी इंजेक्शन लगाती है उसके लिए सरकार पहले प्रचार प्रसार करती है और सीएससी में फ्री इंजेक्शन लगाया जाता है.
बाहर से आए युवक सरकारी स्कूल में बैठकर टीका करण करने में लगा है कल गांव वालों ने हंगामा भी किया और वह तुरंत वहां से भाग गया. इससे साफ जाहिर होता है कि हेपेटाइटिस बी का इंजेक्शन का सरकार का कोई अभियान नहीं है वही सहारनपुर सीएमओ प्रवीण कुमार और कंपनी की मिली भगत से लाखो रुपए की बंदर बाट की जा रही है.
संबंधित मामले में सीएमओ प्रवीण कुमार से बात करनी चाहिए तो उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया और भड़क गए और कहां की इस मामले में कुछ भी नहीं कहूंगा ,इस साफ जाहरी होता है की हेपेटाइटिस बी इंजेक्शन सरकार का अभियान नही हे जिला अस्पताल के सीएमओ और कंपनी की मिली भगत से सब हो रहा है.
वही देखने वाली बात होगी की जिले के आला अधिकारी जिले के कोई संज्ञान लेकर कोई कार्रवाई करते या मामले को ठंडा बस्ते में डाला जाएगा.