Bangladesh violence: बांग्लादेश में हुआ भयंकर हादसा, एक युवक की हुई मौत
Bangladesh violence: A terrible accident happened in Bangladesh, one young man died
Bangladesh violence: बांग्लादेश में हुए हिंसा में कई परिवार तबाह हो गया है, जिसे सुनकर आपको झटका लगेगा। बता दें कि बांग्लादेश में एक परिवार अपने बेटे के लिए बहू देखने गए हुए थे और जब लौट कर घर वापस आए तो देखा की उनका बेटा इस दुनिया में नहीं रहा। लड़के परीवार की माने तो उनके अनुसार 27 साल के हसीब इकबाल एक निजी संस्थान में काम करता था। वह बीते शुक्रवार के दिन ढाका के मीरपुर इलाके में स्थित मस्जिद में जुमे की नमाज़ पढ़ने के लिए गया हुआ था लेकिन 3 घंटे तक घर वापस नहीं आया तब घर वालों को चिंता हुई और तब पता चला की वह इस दुनिया में नहीं रहा।
करीब 68 साल के रज़्ज़ाक़ ने बताया कि “शुक्रवार के दिन नमाज पढने के बाद एक दावत में जाना था जिस वजह से वह घर जल्दी लौटकर आ गए। उन्होंने कही की वह अपने बेटे की शादी के लिए लड़की देखने गए हुए थे और उन सबके पिछे यह घटना घट गई। इकबाल के पिता रज़्ज़ाक़ बीबीसी ने आगे कहा कि जब हम सब देर शाम घर लौट कर वापस आए तब उनको पता चला की उनका बेटा अब तक नहीं लौटकर घर नहीं आया है, जिसके बाद हंगामा मच गया, साथ ही बताया की उस दौरान बाहर काफी हंगामा और हिंसा हो रही थी, जिस वजह से लोगों की चिंता बढ़ने लगी थी। हालांकि लड़के की तलाश शुरू की गई लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया।
करीब डेढ़ घंटे की तलाश के बाद भी परिवार के लोगों को इकबाल के बारे में जब कुछ भी पता नहीं चला उसके बाद देर शाम को उनकी मौत की खबर सामने आई, जिसके बाद घर में मातम छा गया। इकबाल के पिता रज़्ज़ाक़ ने रोते हुए बताया कि ” देर शाम को अचानक से एक युवक का फोन आया जिस पर के लड़का ने कहा कि अंकल, हसीब के शव मिला है आप उसके शव को अपने घर ले जा सकते हैं”
परिवार को कफन में लिपटा शव
इकबाल के पिता रज़्ज़ाक़ ने आगे बताया कि “पुलिस ने कहा कि इसकी मौत दोपहर में ही हो गई थी। उसके बाद पुलिस ने इकबाल के शव को अंजुमन मुफीदुल के पास भेज दिया था जहां उन्होंने शव को नहला कर और कफन में लपेटने का काम किया था।” बता दें कि अंजुमन मुफीदुल बांग्लादेश का एक धर्मार्थ संगठन है जो लावारिस लोगों के शवों को कफ़न में बांध कर दफनाने का काम करता है साथ ही अंतिम संस्कार का सारे इंतज़ाम करता है। बता दें कि मौत के बाद इक़बाल के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने उसे ‘लावारिस’ घोषित कर दिया था। हालांकि जब पता चला तब उसके शव को उसके घर पर पहुंचाया गया।