नई दिल्ली: देश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सीबीआई का एक्शन जारी है.लालू यादव जेल से निकलने के बाद फिर से एक बड़ा मुसीबत में फंसते नज़र आ रहे है. बता दें कि केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बड़ी बेटी मीसा भारती और इनके परिवार पर कार्यवाही करते हुए उनसे जुड़े 17 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह सीबीआइ (Central Bureau of Investigation) ने छापेमारी की है.
ये मामला लालू यादव के बतौर रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है. इस संबंध में सीबीआइ की जांच पहले से चल रही है और पहले भी छापे पड़ चुके हैं. राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के 15 ठिकानों पर आज सुबह साढ़े छह बजे सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने धावा बोल दिया.
इस दौरान सीबीआई की एक टीम राबड़ी देवी के 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पहुंच गए थे. टीम में महिला और पुलिस दोनों ही मौजूद थे. टीम अभी भी वहां जांच कर रही है. सीबीआई के टीम में कुल 10 लोग है. जो राबड़ी देवी आवास में जांच कर रही है. जांच के समय किसी को भी आवाज में जाने की इजाजत नहीं दी गई है. सीबीआई इस मामले में अभी कुछ बोलने से मना कर रही है.
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जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला लालू यादव के रेलमंत्री रहने के वक्त का है. आरआरबी में लालू के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी को लेकर सीबीआई ने छापेमारी की है. आरोप है कि 2004 से 2009 तक लालू के रेल मंत्री के कार्यकाल के दौरान रेलवे में कई लोगों से जमीन लिखवाकर उन्हें नौकरी दी गई थी. इससे पहले पिछली बार 7 जुलाई 2017 को लालू आवास पर छापेमारी हुई थी. उस वक्त लालू के 12 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी.
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य सीबीआई की छापेमारी के बाद गुस्से में दिख रही है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, कि ‘रेलवे में हजारों-करोड़ों का मुनाफा देकर देश-दुनिया में जिसने नाम कमाया, आज देश बेचने वालों की टोली ने सत्ता का दुरुपयोग कर उन्हीं पर छापा मरवाया.