UP Saharanpur Latest News: प्राथमिक विद्यालय में बच्चे पढ़ने नहीं झाड़ू लगाने आते हैं, प्राथमिक विद्यालय की खुली पोल
UP Saharanpur Latest News: सरकार प्राथमिक विद्यालय को लेकर गंभीर है शहर की स्कूलों की तरह प्राथमिक विद्यालय को भी डिजिटल बनाने में की मुहीम चला रखी है, ताकि गांव के बच्चो को भी उच्च शिक्षा मिले गांव के प्राथमिक विद्यालयों को डिजिटल से जोड़ा जाये पर इस प्राथमिक विद्यालय को देखा गया डिजिटल की तो बहुत दूर की बात थी स्कुल मे बच्चों के लिए भीषण गर्मी मे तपते फर्श पर बैठने को मजबूर है।
सरकार प्राथमिक विद्यालयों के लिए मोटा बजट तो भेजती है, उसके बाद भी सफाई व्यवस्था ठप है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आज भी प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति बत से बतर है। जिसमे एक जनपद का प्राथमिक विद्यालय सहारनपुर का ग्राम पंचायत हुसैनपुर नवादा का प्राथमिक विद्यालय का रियलटी चक किया तो उसने अनेको खामिया निकली जहा स्कूल में ना तो हेडपंप में पानी की व्यवस्था दिखाई दी पूरे स्कूल में सफाई व्यवस्था भी पूरी चौपट दिखाई दी सरकार का अभियान था कि हर जगह स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा सहारनपुर के इस स्कूल में स्वच्छता अभियान को पलीता लगाया जा रहा है गंदगी में बिठाकर कूड़े के ढेर के बीच में बैठकर बच्चे पढ़ने को मजबूर है।
स्कुल की सफाई व्यवस्था के बारे में बच्चो से पूछा व एक महिला कर्मचारी से उनका कहना हे की की बच्चे और यहां पर पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों ने बताया कि उनसे स्कूल की सफाई व्यवस्था कराई जाती है यहां पर कोई सफाई कर्मचारी तैनात नहीं है छोटे मासूम से ही यहां की सफाई व्यवस्था कराई जाती है, हर रोज स्कुल की सफाई के लिए रोज अलग अलग मासूम बच्चो से पुरे स्कुल मे झाड़ू लगवाई जाती है।
बच्चों के शिक्षा के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ भी किया जा रहा है। वही ग्राम के विकास और प्राथमिक विद्यालयों की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव की होती है। इस गांव के गांव प्रधान राव फरमान और ग्राम सचिव अनिलेश कुमार है। इन दोनों के कंधे पर पुरे गांव जिम्मेदारी होती है, वही गांव मे सिर्फ एक ही सफाई कर्मी है। जो ग्राम प्रधान के कहने पर ही सफाई करता है। स्कुल हो या गाव यहाँ सफाई कर्मी को किसी ने देखा ही नहीं।