Himachal Cloud Burst: हिमाचल में बादल फटने से मची भारी तबाही, कई घर बहे, 49 लोग अब भी लापता
Cloud burst caused massive devastation in Himachal, many houses washed away, 49 people still missing
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में बादल फटने की घटना ने एक बार फिर से लोगों के जीवन को तबाही के मुहाने पर ला खड़ा किया है। इस प्राकृतिक आपदा ने राज्य के कई हिस्सों में भारी तबाही मचाई है। बादल फटने के कारण आई बाढ़ में कई घर बह गए, और लोगों को अपनी जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों की ओर भागना पड़ा। इस विनाशकारी घटना में चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 49 लोग अब भी लापता हैं।
अपनों की तलाश में भटकते रहे लोग
हादसे के बाद से प्रभावित इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल है। जिन क्षेत्रों में बादल फटा, वहां के लोग अपने लापता परिजनों और दोस्तों की तलाश में दिनभर इधर-उधर भटकते रहे। हर किसी की आंखों में अपने खोए हुए अपनों को पाने की उम्मीद थी। लोग एक-दूसरे से मदद मांगते और जानकारी साझा करते देखे गए।
जीवन की उम्मीद के साथ ढांढस बंधाते लोग
तबाही के बाद भी लोग एक-दूसरे को ढांढस बंधा रहे थे और यह उम्मीद जता रहे थे कि उनके लापता प्रियजन सुरक्षित मिल जाएंगे। लोग जब अपने घरों की ओर लौट रहे थे, तो वे एक-दूसरे को साहस और धैर्य बनाए रखने की सलाह दे रहे थे। इस मुश्किल घड़ी में भी उन्होंने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा है।
प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी
हादसे के बाद राज्य प्रशासन और बचाव दलों द्वारा राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं। पानी के बहाव और मलबे के कारण राहत कार्यों में बाधाएं आ रही हैं, लेकिन बचाव दल हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द लापता लोगों को ढूंढ निकाला जाए।
पनों की सलामती के लिए प्रार्थना
हादसे के बाद से प्रभावित इलाकों में शोक और चिंता का माहौल है। लोगों की आंखों में आंसू और दिलों में अपनों की सलामती के लिए प्रार्थना है। इस त्रासदी ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है।
सरकार से मदद की गुहार
तबाही से प्रभावित लोग अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। जिन लोगों ने इस हादसे में अपने घर और संपत्ति खो दी है, वे सरकार से पुनर्वास और आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। सरकार ने प्रभावितों के लिए त्वरित सहायता और पुनर्वास के लिए निर्देश जारी किए हैं, लेकिन इस आपदा का प्रभाव इतना व्यापक है कि इसके घाव भरने में समय लगेगा।