CM Dhami’s visit to Badrinath Dham: सीएम धामी का बदरीनाथ धाम दौरा: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का निरीक्षण, तीर्थ पुरोहितों और व्यापारियों से मुलाकात
सीएम धामी का बदरीनाथ धाम दौरा: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का निरीक्षण, तीर्थ पुरोहितों और व्यापारियों से मुलाकात
CM Dhami’s visit to Badrinath Dham: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज, 13 नवंबर 2024 को बदरीनाथ धाम का दौरा किया। वहां उन्होंने भगवान बदरीनाथ के मंदिर में पूजा कर आशीर्वाद लिया। उनके इस दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बदरीनाथ धाम में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करना था। इसके साथ ही, सीएम धामी ने तीर्थयात्रियों से मिलकर यात्रा से जुड़े उनके अनुभव और सुझाव भी सुने।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का निरीक्षण
बदरीनाथ धाम उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, और इसे और अधिक सुव्यवस्थित और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से यहां पर कई बड़े विकास कार्य चल रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट मास्टर प्लान के तहत इन कार्यों को एक नया आयाम दिया जा रहा है, जो तीर्थयात्रियों के अनुभव को और भी बेहतर बनाएगा। सीएम धामी ने इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
तीर्थ पुरोहितों और व्यापारियों से मुलाकात
बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना के बाद सीएम धामी ने वहां के तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूक धारियों से भी मुलाकात की। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों के साथ संवाद करते हुए उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना। इसके साथ ही, उन्होंने स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों से भी बातचीत की और उनके व्यवसाय के बारे में जानकारी ली। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री धामी के दौरे पर खुशी जताई और उनके प्रति आभार प्रकट किया। बदरीनाथ धाम व्यापार संघ ने सीएम को श्रीराम का एक सुंदर चित्र भेंट करते हुए यात्रा के सफल संचालन और उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
17 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
गौरतलब है कि 17 नवंबर को इस वर्ष की चारधाम यात्रा का समापन होगा, जब बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हो जाएंगे। इससे पहले गंगोत्री, यमुनोत्री, और केदारनाथ धामों के कपाट बंद हो चुके हैं, और अब बदरीनाथ के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा पूरी तरह से संपन्न हो जाएगी। यह धार्मिक आयोजन हर साल अप्रैल-मई में पुनः शुभ मुहूर्त के अनुसार शुरू होता है, जब चारों धामों के कपाट फिर से खुलते हैं।
सर्दियों में कठिन हो जाता है बदरीनाथ धाम की यात्रा
बदरीनाथ धाम चमोली जिले में स्थित है और यह जगह ठंड के मौसम में अत्यधिक ठंडी हो जाती है। बदरीनाथ मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे बर्फीली चोटियों से घिरा हुआ है, और सर्दियों में यहां का तापमान शून्य से नीचे चला जाता है, जिससे यात्रा करना बेहद कठिन हो जाता है। इसलिए, नवंबर में भगवान बदरीनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली को शीतकालीन अवकाश के दौरान जोशीमठ लाया जाता है, जहां भक्तजन शीतकाल में भगवान के दर्शन कर सकते हैं।
यात्रा की सफलता पर स्थानीय जनों का उत्साह
इस वर्ष चारधाम यात्रा का आयोजन अत्यंत सफल और सुरक्षित रहा, जिसके लिए स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और व्यापारियों ने सीएम धामी और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री द्वारा बदरीनाथ में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए की जा रही व्यवस्थाओं और विभिन्न विकास कार्यों की तारीफ की गई। यात्रा के दौरान बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतरीन बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा जो प्रयास किए गए, उन्हें लेकर स्थानीय लोगों में भी उत्साह देखा गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह दौरा बदरीनाथ धाम के विकास और वहां की व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। उत्तराखंड सरकार का यह प्रयास है कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलें और यहां की धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित रहे।