CM Yogi Rudrabhishek: गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी ने किया रुद्राभिषेक, महादेव से की राष्ट्र कल्याण की प्रार्थना
सीएम योगी ने प्रदेशवासियों के सुखमय, समृद्धमय और शांतिमय जीवन की मंगलकामना के साथ देवाधिदेव महादेव को विल्व पत्र, कमल पुष्प आदि अर्पित करते हुए रुद्राभिषेक किया। इसके बाद सीएम योगी ने मंदिर परिसर में आए सैकड़ों फरियादियों से मुलाकात की। उन्होंने एक-एक फरियादी के पास जाकर उनके प्रार्थना पत्र लिए और उनसे बात की। सीएम योगी ने वहां अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए।
CM Yogi Rudrabhishek: सीएम योगी ने भगवान महादेव को बिल्व पत्र, कमल पुष्प, दूर्वा और अन्य अनेक पूजन सामग्री अर्पित करने के बाद दूध, दही, घी, चीनी और विभिन्न तीर्थ स्थानों से लाए गए पवित्र जल से रुद्राभिषेक किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में हैं। शुक्रवार की सुबह-सुबह उन्होंने महादेव से लोकमंगल की कामना के साथ गोरखनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया। भगवान भोलेनाथ से उन्होंने राष्ट्र कल्याण और सभी नागरिकों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। पौष माह की शुक्ल पक्ष चतुर्थी (विनायक चतुर्थी) के मान में हुए रुद्राभिषेक अनुष्ठान की पूर्णता सीएम योगी ने हवन करके की। सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर के आवास के प्रथम तल पर स्थित शक्तिपीठ पर भगवान महादेव को बिल्व पत्र, कमल पुष्प, दूर्वा व अन्य पूजन सामग्री अर्पित करने के बाद दूध, दही, घी, शक्कर व विभिन्न तीर्थ स्थानों से आए पवित्र जल से रुद्राभिषेक किया। मठ के विद्वत पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कराया। रुद्राभिषेक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन किया। उन्होंने भगवान शिव से राष्ट्र की खुशहाली और सभी के स्वस्थ, संतुष्ट, समृद्ध और शांतिपूर्ण जीवन की प्रार्थना की।
पढ़ें :मुस्लिम इलाके में गदा लिए हनुमान बनकर चले संभल के CO अनुज चौधरी,अखिलेश के नेता ने बताया बंदर
परंपरागत दिनचर्या के अनुसार सीएम योगी गोशाला में गए और कुछ देर तक वहां गो-सेवा की। सीएम आज गोरखपुर में मिनी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा आज वह रैन बसेरे का जायजा लेंगे और जरूरतमंदों में कंबल का वितरण भी करेंगे। गोरखनाथ मंदिर में इन दिनों मकर संक्रांति से लगने वाले खिचड़ी मेला की तैयारियां जोरों पर हैं।
सीएम योगी ने प्रदेशवासियों के सुखमय, समृद्धमय और शांतिमय जीवन की मंगलकामना के साथ देवाधिदेव महादेव को विल्व पत्र, कमल पुष्प आदि अर्पित करते हुए रुद्राभिषेक किया। इसके बाद सीएम योगी ने मंदिर परिसर में आए सैकड़ों फरियादियों से मुलाकात की। उन्होंने एक-एक फरियादी के पास जाकर उनके प्रार्थना पत्र लिए और उनसे बात की। सीएम योगी ने वहां अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए। सीएम जब भी गोरखपुर आते हैं तो जनता दर्शन के फरियादियों से जरूर मिलते हैं। सुबह-सुबह लोग अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद में मंदिर जाते हैं। जनता दर्शन के दौरान वे आसानी से सीएम से मिलते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान करवाते हैं।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
गोरखनाथ मंदिर में योग साधना
प्राचीन काल से ही लोग गोरखनाथ मंदिर में योग का अभ्यास करते आ रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि गुरु गोरखनाथ कांगड़ा के ज्वाला देवी स्थान से गोरखपुर तक की यात्रा करके आए थे। यहां उन्होंने राप्ती के तट पर तपस्या की थी और उसी स्थान पर अपनी दिव्य समाधि लगाई थी। गोरखनाथ मंदिर वहीं पर स्थित है। नाथ पंथ के प्रवर्तक गुरु गोरखनाथ का पुण्य स्थल होने के कारण ही गोरखपुर का ये नाम पड़ा। गोरखनाथ मंदिर में लगातार योग साधना चलती रहती है। सीएम योगी जब भी गोरखपुर आते हैं, तो मंदिर में पूजा करते हैं और राज्य और देश के नागरिकों की भलाई के लिए प्रार्थना करते हैं।
मकर संक्रांति से लगेगा खिचड़ी मेला
मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए हजारों श्रद्धालु जुटते हैं। मंदिर में इस समय खिचड़ी मेले की पूरी तैयारी चल रही है। सीएम योगी ने गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में अधिकारियों की बैठक कर इन तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि खिचड़ी मेले की सभी तैयारियां समय से पूरी की जाएं जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए। सभी विभाग इसे प्राथमिकता में रखें।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
क्या होता है रुद्राभिषेक
रुद्राभिषेक का अर्थ है रुद्र यानी भूतभावन शिव का अभिषेक। रुद्र और शिव एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। शिव को ही रुद्र कहा जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार रुद्राभिषेक और रुद्रार्चन से हमारी कुंडली के पाप और महापाप भस्म हो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप साधक में शिवत्व प्रकट होता है। भक्तों को भगवान की शुभ कृपा का अनुभव होता है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मान्यता है कि एकमात्र सदाशिव रुद्र के पूजन से ही सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV