Latest Hindi News Delhi NCR Live: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (Crime Branch) ने रविवार 5 मई को शहर के करावल नगर (Karawal Nagar) इलाके में 2 नकली मसाला निर्माण इकाइयां (Fake Spice Manufacturing Units) चलाने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया और 15 टन मिलावटी भारतीय मसाले (Indian Spices) और कच्चा माल (Raw Materials) बरामद किया।
तीनों आरोपियों की पहचान दिलीप सिंह उर्फ बंटी, खुर्शीद मलिक और सरफराज के रूप में हुई है।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा को सूचना मिली कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में कुछ निर्माता (Manufacturers) और दुकानदार (Shopkeepers) विभिन्न ब्रांडों के नाम पर दिल्ली-एनसीआर में मिलावटी भारतीय मसाले बनाने और बेचने में शामिल थे। इसलिए, दिल्ली में अपराध शाखा को मिलावटी मसालों के निर्माता और आपूर्तिकर्ताओं (Suppliers) को पकड़ने का निर्देश दिया गया।
तदनुसार, इस संबंध में जानकारी जुटाने के लिए 1 मई को एक टीम तैनात की गई और करावल नगर क्षेत्र में चल रही दो विनिर्माण इकाइयों पर छापे मारे गए। इस जानकारी के आधार पर पहली छापेमारी करावल नगर के एक इलाके में की गई, जहां दिलीप सिंह उर्फ बंटी और खुर्शीद मलिक को यूनिट चलाते हुए पाया गया।
पुलिस के मुताबिक पता चला कि दिलीप सिंह प्रोसेसिंग यूनिट का संचालन कर रहा था और भारी मात्रा में अखाद्य प्रतिबंधित वस्तुओं (Non-Edible Prohibited Items), एसिड (Acids) और तेलों (Oils) का उपयोग करके मिलावटी हल्दी (Adulterated Turmeric) बना रहा था।
पुलिस को देखकर दोनों आरोपियों ने भागने की कोशिश की लेकिन उन्हें काबू कर लिया गया जिसके बाद दोनों से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान पता चला कि विनिर्माण इकाई का मालिक आरोपी दिलीप सिंह है, जबकि खुर्शीद मलिक वहां निर्मित मिलावटी मसालों की आपूर्ति करता था।
निरीक्षण के दौरान विनिर्माण इकाई में मिलावटी मसाले जैसे हल्दी पाउडर (Turmeric Powder), गरम मसाला पाउडर (Garam Masala Powder), अमचूर पाउडर (Amchur Powder) और अन्य कच्चे माल जैसे सड़े हुए चावल (Rotten Rice), सड़े हुए नारियल (Rotten Coconut), नीलगिरी के पत्ते (Eucalyptus Leaves), सड़े हुए जामुन (Rotten Berries), लकड़ी का बुरादा (Wood Sawdust), साइट्रिक एसिड (Citric Acid), चोकर (Bran), सूखी मिर्च (Dry Chilli), रंग रसायन (Colour Chemicals) पाए गए।
इकाई में प्रयुक्त कच्चा माल खाने योग्य नहीं था, इसलिए खाद्य एवं सुरक्षा विभाग (Food and Safety Department) ने मौके पर जाकर विनिर्माण इकाई का निरीक्षण किया तथा बरामद मिलावटी हल्दी, चना मसाला, अमचूर, धनिया पाउडर आदि के कई नमूने (Samples) लिए।
पूछताछ में यह भी पता चला कि इसी तरह की एक और प्रोसेसिंग यूनिट (Processing Unit) काली खाता रोड, करावल नगर, दिल्ली (Kali Khata Road, Karawal Nagar, Delhi) में चल रही थी। इसलिए, छापेमारी की गई और मिलावटी मसाले बनाने में संलिप्तता के आरोप में सरफराज नामक एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
दोनों इकाई मालिकों को इन मिलावटी और खतरनाक गैर-खाद्य आवश्यक मसालों का निर्माण करके आम जनता को धोखा देने के साथ-साथ उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करते हुए भी पाया गया। उपरोक्त छापों में 7,100 किलोग्राम मिलावटी भारतीय मसाले जब्त किए गए।
कुल 15 टन मिलावटी भारतीय मसाले और कच्चा माल (जो अखाद्य वस्तुओं, प्रतिबंधित वस्तुओं, गंदगी, रसायन, एसिड आदि से बनाया गया था) बरामद किया गया। इसलिए, अपराध शाखा, दिल्ली में कानून की उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और मामले के सभी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले से पता चला कि अतिरिक्त पैसा कमाने के लिए दिलीप सिंह ने अपने दोस्त के साथ मिलकर प्रोसेसिंग यूनिट लगाई थी। वह बेकार सामग्री का उपयोग करके मिलावटी मसाले बनाता था और उन्हें सदर बाजार, खारी बावली, पुल मिठाई के विभिन्न बाजारों और साप्ताहिक बाजार के विक्रेताओं को बेचता था।