Ed raids in sonipat: सोनीपत से एक खबर सामने आई है जहां कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को ED ने अपनी हिरासत में ले लिया है जिसके बाद यह सुर्खियों में बने हुए हैं। दरअसल उनके घर पर 4 जून के दिन ED ने छापेमारी की थी और इस छापेमारी में कई कागज को अपने साथ दिल्ली लेकर आई थी। इस के बाद ED ने एक बार फिर उन पर हमला किया है और इन्हें अदालत के बाहर से ही गिरफ्तार कर लिया है। उसके बाद ED उनको सोनीपत वापस लेकर आई और अब बताया जा रहा है कि उन्हें अब अंबाला लेकर जाएंगे।
आपको बता दें कि 4 जनवरी के दिन ED ने किसी खनन मामले से जुड़े होने की वजह को लेकर पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और सोनीपत में रह रहे कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ गहन जांच की थी। इसके साथ ही उनके कई ठिकानों पर भी पहुंची थी और वहां भी जांच की थी। वहीं सूत्रों की मानें तो विधायक को इस मामले से जुड़े सबूत देने के लिए भी बुलाया था, इसके बाद वहां कोर्ट के बाहर से ही उनको अपने हिरासत में ले लिया। उसके बाद उन्हें उनकी ही अवास पर ले गई और वहां से जांच पड़ताल की उसके बाद फिर अंबाला की ओर बढ़ गए।
बता दें कि विधायक सुरेंद्र की पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से गहरा संबंध बताया जाता है साथ ही बताया जाता है कि इनसे इनका करीबी रिश्ता । इसके साथ ही सोनीपत में कांग्रेस पार्टी के मुख्य कार्यक्रम की आयोजन की पूरी जिम्मेदारी विधायक पर ही होती थी और वह कोर टीम के भी सदस्य थे, जिस वजह से यह हमेशा सुर्खियों में रहते थे और कुछ वक्त पहले ही सुरेंद्र को प्रदेश सोशल मीडिया का प्रभार भी दिया गया था, जिस वजह से यह और भी सुर्खियों में थे। हालांकि अभी इनकी सुर्खियों में बनने की वजह है ED की छापेमारी है।
हालांकि इससे पहले भी यह एक बार सुर्खियों में बने हुए थे। विधायक को पिछले साल एक गैंगस्टर से धमकी मिली थी जिनकी इन्होंने शिकायत भी दर्ज कराई थी लेकिन इस धमकी के बाद उन्होंने अपने पोस्ट से इस्तीफा की पेशकश ही कर दी और इसी वजह से वह काफी चर्चा में रहे। विधायक कांग्रेस में आने से पहले इनेलो की टिकट पर सोनीपत से विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा इन्होंने 2019 में विधायक का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्होंने मंत्री कविता जैन को हराकर विधायक बने थे।