नई दिल्ली: उप्र के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी मंगलवार को 28 साल बाद उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढवाल के गांव पंचूर में अपने पैतृक घर में रात्रि विश्राम कर सकते हैं। योगी करीब पांच साल बाद अपनी 84 वर्षीय मां सावित्री देवी से भी भेंट मुलाकात करेंगे। वे आज अपराह्न पौड़ी गढवाल अपने गुरु महंत अवैधनाथ की मूर्ति का अनावरण करने के लिए आ रहे हैं।
उप्र के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी मंगलवार को दोपहर बाद लखनऊ से हेलीकाप्टर से उत्तराखंड के यमकेश्वर में लैंड करेंगे और वहां से उनके पैतृक गांव-घर के करीब ढाई-तीन किलोमीटर दूर विश्यापी गांव स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेगें। इसी राजकीय महाविद्यालय में वे गुरु महंत अवैधनाथ की मूर्ति का अनावरण करेंगे। इसी महाविद्यालय में योगी के बड़े भाई मानवेन्द्र सिंह विष्ट और महेन्द्र सिंह विष्ट कार्यरत हैं।
उप्र के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के महाविद्यालय और पैतृक गांव के घर में रात्रि विश्राम के कार्यक्रम होने से उत्तराखंड के प्रशासनिक अमले के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम आला अफसर यहां डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि वर्ष 2020 में योगी जी के पिताजी का स्वर्गवास होने पर कोरोना प्रोटोकाल के कारण वे उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे। इसलिए अब वे पैतृक गांव के घर में रात्रि विश्राम करके अपनी 84 वर्षीय मां सावित्री देवी, भाईयों और दूसरे सभी परिजनों के साथ कुछ समय बिताना चाहते हैं।