Ganga Utsav organized in Haridwar today: हरिद्वार में आज गंगा उत्सव का भव्य आयोजन: चंडीघाट पर आशुतोष राणा देंगे शिव तांडव की विशेष प्रस्तुति
Ganga Utsav organized in Haridwar today: Grand organization of Ganga Utsav in Haridwar today: Ashutosh Rana will give a special presentation of Shiv Tandav at Chandighat.
Ganga Utsav organized in Haridwar today: हरिद्वार: पहली बार उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा उत्सव का भव्य आयोजन होने जा रहा है। गंगा की पवित्रता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नमामि गंगे परियोजना के तहत यह आयोजन हरिद्वार के चंडीघाट के नमामि गंगे घाट पर हो रहा है। 4 नवंबर, सोमवार को होने वाले इस आयोजन में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील, केंद्रीय राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह, और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस ऐतिहासिक अवसर के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है, और आज के आयोजन में हजारों लोगों की उपस्थिति की उम्मीद है।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण: आशुतोष राणा का शिव तांडव और गंगा मंथन
गंगा उत्सव का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा की शिव तांडव की प्रस्तुति होगी। आशुतोष राणा शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करेंगे, जो कार्यक्रम में आने वाले भक्तों और पर्यटकों के लिए एक विशेष अनुभव होगा। इसके अलावा, बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है, जिसमें गंगा की महिमा को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा।
धर्मनगरी हरिद्वार में इस महोत्सव के दौरान “गंगा मंथन” नाम से एक विशेष सत्र भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न धर्मगुरु गंगा की पवित्रता, स्वच्छता और उसके संरक्षण पर मंथन करेंगे। संतों और धर्माचार्यों की उपस्थिति में यह सत्र गंगा की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता पर आधारित होगा।
बीएसएफ महिला प्रतिभागियों का नौकायन और अन्य सत्र
इस कार्यक्रम का एक अन्य महत्वपूर्ण हिस्सा बीएसएफ की 20 महिला प्रतिभागियों का नौकायन अभियान है। इस मौके पर इन्हें देवप्रयाग से गंगासागर तक के सफर के लिए रवाना किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा झंडी दिखाकर इस साहसिक अभियान की शुरुआत की जाएगी, जिससे गंगा सफाई और संरक्षण के संदेश को व्यापक रूप में फैलाने का प्रयास किया जाएगा।
तकनीकी सत्र और प्रदर्शनी
गंगा उत्सव के दौरान कई तकनीकी सत्र भी होंगे, जिसमें गंगा के जल को पुनः उपयोग करने, रिवर सिटी अलायंस, और गंगा के अंतरराष्ट्रीय महत्व पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। नेशनल मिशन क्लीन गंगा के डिप्टी डायरेक्टर जनरल नलिन कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष का गंगा उत्सव खास तौर से हरिद्वार के नमामि गंगे घाट पर आयोजित हो रहा है, जो इस आयोजन का हिस्सा बनकर स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों के बीच गंगा की स्वच्छता के महत्व को बढ़ाएगा।
इस महोत्सव में नमामि गंगे परियोजना के तहत किए गए कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी में लगभग 45 स्टॉल होंगे, जिनमें विभिन्न आधुनिक तकनीकों के माध्यम से गंगा की स्वच्छता और उसके संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों को प्रस्तुत किया जाएगा।
पहली बार हरिद्वार में हो रहा है गंगा उत्सव का आयोजन
गंगा उत्सव पिछले सात वर्षों से दिल्ली में आयोजित किया जा रहा था, लेकिन इस बार इसे हरिद्वार में आयोजित किया गया है, जिससे गंगा के संरक्षण को लेकर जनता में जागरूकता बढ़ाने की उम्मीद है। हरिद्वार, जो कि गंगा के तट पर बसा धार्मिक स्थल है, इसके लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। गंगा उत्सव का आयोजन यहाँ न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के उद्देश्य को भी मजबूत करता है।
स्थानीय जनता में उत्साह
गंगा उत्सव को लेकर हरिद्वार और आसपास के इलाकों में लोगों के बीच भारी उत्साह देखा जा रहा है। यह कार्यक्रम गंगा नदी के प्रति जनमानस में आस्था और जागरूकता को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, पर्यावरण और जल संरक्षण के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस उत्सव का आयोजन न केवल स्थानीय जनता बल्कि देश-विदेश से आए पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहा है।
नमामि गंगे परियोजना और गंगा उत्सव का संदेश
गंगा उत्सव का उद्देश्य गंगा नदी की स्वच्छता और संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। यह आयोजन सरकार के स्वच्छ गंगा मिशन का एक हिस्सा है और इसमें विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गंगा की पवित्रता, उसके ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व, और गंगा जल की स्वच्छता के महत्व को रेखांकित किया जाएगा।
गंगा उत्सव के माध्यम से उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार में गंगा नदी के प्रति लोगों की भावनाओं और आस्था को और भी प्रगाढ़ किया जाएगा। गंगा के संरक्षण और स्वच्छता के इस महायज्ञ में हर कोई अपना योगदान दे सकता है, और यही इस गंगा उत्सव का संदेश है।