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Congress Political News: अमेठी में कांग्रेस ने खेला केएल शर्मा पर दांव, कहीं स्मृति ईरानी का फिसल न जाए पांव!

In Amethi, Congress played a bet on KL Sharma, Smriti Irani may not slip!

Congress Political News: अमेठी में कांग्रेस ने ऐसा दांव खेला कि बीजेपी पसीना-पसीना हो गई। हॉट सीट बन गई अमेठी। मैदान में कांग्रेस ने राजीव गांधी का करीबी उतार दिया है। इससे साफ हो गया की गांधी परिवार भले ही सीधा चुनाव न लड़ रहा हो, लेकिन मुकाबला सीधा गांधी परिवार के नुमाइंदों से ही होगा। ये ऐसा चेहरा है जो गांधी परिवार की पसंद से पहली बार चुनावी मैदान में उतरा गया है।

आखिर कौन है ये चेहरा इस राज से भी पर्दा उठायेंगे, लेकिन इसके लिए आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा और इस खबर को पूरी पढ़ना होगा। आखिर ये चेहरा कौन, और ये कांग्रेस के लिये इतना अहम क्यों हैं, क्यों इस चेहरे के अमेठी के मैदान में उतारकर क्या राहुल गांधी, क्या प्रियंका गांधी, और क्या सोनिया गांधी गदगद है?

खबर है कि, इस बार अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा यानि केएल शर्मा चुनावी मैदान में हैं। ये गांधी परिवार के सबसे नजदीकी कार्यकर्ताओं में से एक हैं, जो मूल रूप से खत्री ब्रह्मण है। पंजाब के लुधियाना में जन्मे किशोरी लाल का राजीव गांधी से बेहद करीबी रिश्ता रहा है….वे राजीव गांधी के साथ जब से अमेठी आये तब से वो वहीं के होकर रह गए। इतना ही नहीं जातीय समीकरण में भी फिट बैठते किशोरी लाल।

क्या है अमेठी का जातीय समीकरण?

अमेठी में दलित 26 %

मुस्लिम 20 %

ब्राह्मणों का 18% का दबदबा है।

यहां सबसे ज्यादा आबादी ओबीसी वर्ग की है।

अमेठी लोकसभा क्षेत्र में करीब 34 % OBC

वर्ग के मतदाता हैं। अनुमान है कि अमेठी में करीब 8 % ब्राह्मण

और करीब 12 % राजपूत मतदाता हैं।

ऐसे में कांग्रेस को लगता है कि, जातीय समीकरणों के हिसाब से के.एल शर्मा अमेठी से बाजी मार सकते हैं। ऐसे में गांधी परिवार ने भी पूरा भरोसा दिया है कि वो प्रचार में भी किशोरी लाल शर्मा के साथ भरपूर साथ निभायेंगे। ऐसे में ये गौर करना भी अहम हो जाता है कि, 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरे थे, और इस गठबंधन ने अमेठी सीट से उम्मीदवार नहीं उतारा था। इस बार बसपा के नन्‍हे सिंह चौहान के मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। अब कांग्रेस की ओर से उनका नाम घोषित किए जाने के बाद केएल शर्मा भाजपा की स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे। स्‍मृति ने साल 2019 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी को हराया था। किशोरी लाल शर्मा जिन्‍हें केएल शर्मा भी कहते हैं, वह गांधी परिवार के पुराने करीबी हैं। वह लंबे वक्‍त से रायबरेली में सोनिया गांधी के प्रतिनिधि भी रह चुके हैं। उनकी वकत इतनी है कि जब भी गांधी परिवार से जुड़े मामलों की बात आती है तो किशोरी लाल शर्मा रायबरेली और अमेठी में प्वाइंट-पर्सन होते हैं, यानि पार्टी के सबसे अहम शख्‍स।

अमेठी में ही रहकर वह पार्टी के लिए मजबू‍ती से काम करते रहे और 1991 में राजीव गांधी के मृत्यू के बाद वह अमेठी में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम करते रहे। वह अन्य कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते रहे। किशोरी लाल शर्मा ने 1999 में सोनिया गांधी के पहले चुनावी अभियान में अहम भूमिका निभाई थी। गांधी ने पहली बार अमेठी में जीत के साथ संसद में हस्तक्षेप किया।

Written By। Chanchal Gole। National Desk। Delhi

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