नई दिल्ली: तंदुरुस्त और ऊर्जावान बने रहने के लिए प्रौढ़ अवस्था दिनचर्या संयमित होना जरूरी है। इस उम्र के व्यक्तियों के लिए प्रातः नियमित व्यायाम और सुबह-शाम की सैर करना शामिल होना चाहिए। जो व्यक्ति अत्याधिक चाय का सेवन, धूम्रपान, शराब या किसी दूसरी तरह का नशा करते हैं, उन्हें इन सबका सेवन छोड़ देना चाहिए।
स्वास्थ्य का आयु से सीधा संबंध होता है। जैसे ही अधिकांश व्यक्ति चालीस वर्ष की आयु पार करते हैं, उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्यों का सामना करना पड़ता है। इस उम्र में मधुमेह, उच्च रक्त चाप, मोटापा, नज़र का कमजोर होना, हृदय रोग आदि शिकायतें होना आम बात है। यदि आप बढ़ती उम्र में खुद के फिट रखकर ऊर्जावान और निरोगी बने रहना चाहते हैं तो इसके लिए आपको स्वास्थ्य संबंधी इन बातों का ध्यान रखना होगा।
नशीले चीजों का सेवन बंद करें
सबसे पहले आपको अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करनी होगी और खान पान पर विशेष ध्यान देना होगा। तंदुरुस्त और ऊर्जावान बने रहने के लिए प्रौढ़ अवस्था अपनी दिनचर्या नियमित करें। प्रातः नियमित व्यायाम और सुबह-शाम की सैर करना आपकी दिनचर्या में शामिल होना चाहिए। जो व्यक्ति अत्याधिक चाय का सेवन, धूम्रपान, शराब या किसी दूसरी तरह का नशा करते हैं, उन्हें यथाशीघ्र उन्हें त्याग करने का निर्णय लेना होगा।
केवल प्रोटीनयुक्त भोजन लें
बढ़ती आयु में इम्युनिटी का कम होना स्वाभाविक है। इसलिए तली-भुनी चीजों का प्रयोग न करके केवल प्रोटीनयुक्त भोजन करना चाहिए। दालों और लाल चावल का सेवन करें। दिन में दो से तीन लीटर पानी जरुर पीयें। रात को खाना खाने के बाद पांच-दस मिनट अवश्य टहलें। रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठकर घूमने जाने का नियम बना लें। यदि संभव हो तो पार्क में जाकर खुली हवा में हल्की दौड़ लगायें। सुबह का नाश्ता भारी करें, जिसमें मौसमी फल और दूध शामिल हो।
स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें
यदि आपको को किसी गंभीर बीमारी की शिकायत नहीं है तो आप अपने स्वास्थ्य पर थोड़ा ध्यान और खान पान में बदलाव करके चालीस वर्ष की उम्र में फिट और ऊर्जावान रह सकते हैं। आपका खानपान बेशक सामान्य हो, लेकिन वह पौष्टिक और प्रोटीनयुक्त होना जरूरी है। यदि संभव हो तो रोज फलों का जूस भी लें। नियमित व्यायाम, पौष्टिक भोजन और नशे की चीजों से दूर रहकर आप चालीस की आयु पार करने के बावजूद तंदुरुस्त और ऊर्जावान बने रह सकते हैं।