JIO Success Story: मुकेश अंबानी भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के टॉप बिजनेसमैन में से एक है। इनके लिए एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है, कहा जाता है कि वह राख को भी छूकर सोना बन सकता है। हालांकि देश के सबसे बड़ी कंपनी के चेयरमैन है और जिओ इनका सबसे पॉपुलर प्रोजेक्ट में से एक है। दुनिया की टॉप टेलीकॉम कंपनी की बात जब भी होती है जिओ का नाम सबसे पहले आता है। भारत में जिओ की वजह से ही काफी डेवलपमेंट भी हुआ है। 2016 में 4G नेट लॉन्च होते ही जिओ ने पूरे देश में धमाल मचा दिया था। भारत अभी भी दुनिया में सबसे ज्यादा डाटा इस्तेमाल करने वाले देशों में से एक है और इसका मुख्य कारण भी जिओ टेलीकॉम ही है, क्योंकि उन्होंने बहुत कम दाम में जिओ को लॉन्च किया था।
लेकिन क्या आपको पता है कि मुकेश अंबानी को यह आइडिया कहां से आया था कि देश में एक नई प्रगति और नई विकास की जरूरत है। तो चलिए हम आपको एक छोटी सी कहानी बताते हैं बताया जाता है कि मुकेश अंबानी कि जब संपत्ति का बंटवारा हो रहा था उसे समय रिलायंस टेलीकॉम उनके छोटे भाई अनिल अंबानी को मिल गया था। उसके बाद साल 2018 में उनकी छोटी बेटी इस अंबानी अमेरिका से पढ़ाई करके भारत आई थी, उस समय उन्होंने अपने पिता से इंटरनेट की शिकायत की थी उन्होंने कहा था कि भारत में इंटरनेट बहुत धीरे चलता है जिससे वह अपनी पढ़ाई अमेरिका नहीं भेज पा रही है और धीरे चलने वाले इंटरनेट की वजह से काफी परेशान हो गई थी। यहीं से मुकेश अंबानी को इंटरनेट की असली वजह समझ में आई और उसकी जरूरत का पता लगा।
इसके अलावा मुकेश अंबानी के बेटा आकाश अंबानी ने ईसा से पहले ही अपने पिता को डिजिटल के बारे में बता दिया था कि अब सब कुछ डिजिटल हो गया है। इसके लिए टेलीकॉम का मतलब सिर्फ फोन कॉल ही नहीं है। मुकेश ने बहुत आसानी से ऑनलाइन के बारे में अपने पिता को बताया, इससे मुकेश को टेलीकॉम में काम करने का एक प्रेरणा मिला। साल 2010 में मुकेश ने इन्फोटेल ब्रॉडबैंड सर्विसेज लिमिटेड नाम की एक कंपनी के 95% शेयर खरीद लिया, इस कंपनी ने देश के 22 इलाकों में 4G नेट की सुविधा लगाई थी।
कंपनी खरीदने के बाद मुकेश अंबानी ने इस कंपनी का नाम चेंज कर के रिलायंस जिओ रख दिया। जो बाद में जिओ टेलीकॉम बन गई। शुरुआत में ही जिओ टेलीकॉम भारत की सबसे बड़ी ब्रॉडबैंड कंपनी बन गई, जिसमें लगभग 48 करोड़ ग्राहक जुड़ चुके थे और उसके पीछे की वजह थी कम दाम में अच्छी स्पीड से चलने वाली नेट की सुविधा।