UP Ghaziabad News: खोडा में न्याय का प्रहर! क्रिकेट का बल्ला बना खूनी खेल का साथी
Justice in Khoda! Cricket bat becomes bloody playmate
UP Ghaziabad News: खोडा थाना पुलिस ने एक अंधकारमय रहस्य को उजागर कर, अपने कर्तव्य की मशाल से न्याय का प्रकाश फैलाते हुए, हत्या के दो खूँखार अभियुक्तों को दबोच लिया। इस रक्तरंजित घटना का घिनौना प्रतीक बना लकड़ी का क्रिकेट बल्ला, जिसने एक मासूम की सांसों को सदा के लिए छीन लिया।
कहानी की शुरुआत 13 सितंबर 2024 की उस भयावह रात से होती है, जब लोनी निवासी संदीप और उसका साथी दीपक मयूर विहार फेस-3 दिल्ली के पेपर मार्केट में रोज़मर्रा की थकान मिटाने के लिए अपनी गाड़ियों में सो रहे थे। उसी बीच, राजेन्द्र और अमीचन्द, जो आपस में सगे भाई हैं, वहाँ पहुंचे और बेवजह चोरी का आरोप लगाते हुए दोनों पर प्रहार करने लगे। संदीप किसी तरह भाग निकला, पर दीपक की किस्मत उसे खोडा की गलियों तक खींच ले गई, जहां से उसके जीवन की अंतिम यात्रा शुरू हो गई। घायल दीपक लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंचा, पर उसकी ज़ख्मों ने उसे चैन से जीने नहीं दिया, और 23 सितंबर को एमएमजी अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।
जैसे ही यह घटना प्रकाश में आई, खोडा पुलिस ने बिना विलंब के अपने साहस और दृढ़ निश्चय का परिचय दिया। पुलिस टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए, सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया और मुखबिर की मदद से अपराधियों को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया। अंततः 23 सितंबर को पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को खोडा कॉलोनी के गुर्जर गेट से गिरफ्तार कर लिया और उनके द्वारा उपयोग किया गया लकड़ी का क्रिकेट बल्ला, जो मौत का हथियार बना, भी बरामद कर लिया।
पुलिस पूछताछ में राजेन्द्र और अमीचन्द ने अपने अपराध का कबूलनामा किया। उन्होंने बताया कि दोनों भाईयों को शक हुआ था कि दीपक और उसका साथी उनके वाहन खड़ी करने के स्थान पर चोरी करने आए हैं। इसी गलतफहमी के चलते दोनों ने दीपक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिसकी चोटों से उसकी मौत हो गई।