Kedarnath by-election: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान जारी है, और सर्द मौसम के बावजूद लोगों में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह आठ बजे से शुरू हुए मतदान में मतदाता भारी संख्या में अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी कांग्रेस के बीच है, लेकिन छह प्रत्याशियों के मैदान में होने से मुकाबला दिलचस्प बन गया है।
90,875 मतदाता करेंगे फैसला
केदारनाथ उपचुनाव में कुल 90,875 मतदाता 23 नवंबर को घोषित होने वाले नतीजों में प्रत्याशियों का भविष्य तय करेंगे। इनमें 44,919 पुरुष और 45,956 महिला मतदाता शामिल हैं। विशेष रूप से, 1,092 दिव्यांग मतदाता और 641 मतदाता 85 वर्ष से अधिक आयु के हैं। पहली बार वोट डालने वाले 2,441 युवा मतदाता भी इस चुनाव का हिस्सा हैं, जिससे युवा वर्ग का योगदान इस चुनाव में अहम हो गया है।
कड़े सुरक्षा इंतजाम और आधुनिक निगरानी
चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए 173 पोलिंग बूथ स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 130 बूथों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यह पहली बार है कि इतने बड़े पैमाने पर कैमरों का उपयोग किया गया है। साथ ही, चुनावी ड्यूटी में लगी 205 गाड़ियों की जीपीएस से निगरानी हो रही है। मुख्य निर्वाचन कार्यालय और जिला निर्वाचन कार्यालय में वेबकास्टिंग और जीपीएस मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।
निर्वाचन आयोग ने 10 संवेदनशील बूथ चिन्हित किए हैं और केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र को दो जोनल मजिस्ट्रेट और 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट क्षेत्रों में बांटा है।
महिला और युवा मतदाताओं का उत्साह
इस बार महिला और युवा मतदाता खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। बालिका इंटर कॉलेज, अगस्त्यमुनि में ‘सखी बूथ’ और ‘पिंकी बूथ’ बनाए गए हैं। यहां स्कूली छात्राएं पारंपरिक परिधान में मतदाताओं का स्वागत कर रही हैं। इसके साथ ही दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
कड़ाके की सर्दी में भी जोश बरकरार
सर्द हवाओं और कम तापमान के बावजूद मतदाताओं में जोश देखने को मिला। सुबह ठंड के कारण लोग गर्म कपड़ों में मतदान केंद्रों पर पहुंचे, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा और धूप निकली, मतदाताओं की संख्या भी बढ़ती गई। कई बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं।
23 नवंबर को होगी मतगणना
मतदान के बाद 23 नवंबर को मतगणना होगी, जिसमें पता चलेगा कि केदारनाथ की जनता ने किस पार्टी या प्रत्याशी को चुना है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने इस सीट को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, और इस उपचुनाव का परिणाम आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी महत्वपूर्ण संकेत दे सकता है।