उत्तर प्रदेशराज्य-शहर

UP News: लखनऊ आउटर रिंग रोड घोटाला और पीएम मोदी से शिकायत, पूरी कहानी का दुबई कनेक्शन!

Lucknow Outer Ring Road scam and complaint to PM Modi, Dubai connection of the whole story!

UP News: लखनऊ के बाहरी इलाकों को जोड़ने वाली आउटर रिंग रोड लोकार्पण के 5 महीने बाद ही बदहाल होने लगी थी। सड़क पर बीच-बीच में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे। कई जगह सड़क धंस गई। डिवाइटर टूटकर मलबा बन गए, सर्विस रोड तो एकदम गायब हो गई। पूरी 104 लंबी इस आउटर रिंग रोड पर यही हालात थे।

आउटर रिंग रोड के दूसरे चरण में 32 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण हो रहा है, जिसमें अनियमितताओं की परतें दिखाई देने लगी हैं। निर्माण में अनियमितताओं के बारे में किसी ने पीएमओ को पत्र लिखा है। इसमें दावा किया गया है कि व्यवसायियों ने एनएचएआई के नियमों को दरकिनार करते हुए दुबई से लाए गए बिटुमेन (टार) का इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया है। साथ ही, शिकायत के आधार पर जांच भी शुरू कर दी गई है।

दूसरे चरण में 32 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड का निर्माण हुआ, जो सीतापुर रोड से बेहट तक जाती है। पीएमओ को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि रोड के निर्माण में दुबई से मंगवाया गया तारकोल इस्तेमाल किया गया है, जो इंडियन बिटूमेन से सस्ता पड़ता है। ऐसे में बाहर से सस्ता माल मंगवाकर देश के माल की दर पर भुगतान करवा लिया गया। जबकि, एनएचएआई की गाइडलाइंस में स्पष्ट है कि हाइ-वे के निर्माण में आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल का ही बिटूमेन वीजी-30 और वीजी-40 ग्रेड इस्तेमाल किया जाए। आउटर रिंग रोड में आईओसीएल मथुरा का वीजी-40 ग्रेड बिटूमेन के इस्तेमाल का अप्रूवल दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि अनियमितता की शिकायत पर गुपचुप छानबीन शुरू हो गई है।

15,000 प्रति टन का अंतर

दुबई से मंगवाया गया बिटूमेन करीब 35000 रुपये प्रति टन मिलता है, जबकि इंडियन बिटूमेन का रेट करीब 60 हजार रुपये प्रति टन है। हालांकि इंडियन बिटूमेन की क्वॉलिटी अच्छी होने से सड़क जल्दी खराब नहीं होती हैं। इसके बावजूद सड़क बनवाने वाली फर्में लागत बचाकर ज्यादा कमाई के फेर में बाहर से मंगवाकर इस्तेमाल करती हैं।

IOCL ने किया था आगाह

IOCL के दिल्ली डिवीजन के डिविजनल इंस्टिट्यूशनल बिजनेस हेड बीके सोनी ने एनएचएआई को पत्र लिखकर आगाह किया था कि सड़कों के निर्माण में निर्धारित वेंडर्स की जगह फर्म संचालक इंपोर्टेड बिटूमेन का इस्तेमाल कर रहे हैं। आईओसीएल ने करीब 100 हॉट मिक्स प्लांट का सैंपल जांचने के बाद रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद 9 दिसंबर 2022 को एनएचएआई चंडीगढ़ ने कंपनी के संचालकों को पत्र भेजकर निर्देश दिया कि वे केवल अनुमोदित आपूर्तिकर्ताओं से ही बिटुमिन खरीदें।

ब्रिज में फ्लाईऐश मिलाने का आरोप

शिकायतकर्ता के मुताबिक, आउटर रिंग रोड फेज-2 में उपयोग की गई ग्यारह निर्माण सामग्रियां भी अनुमोदित विक्रेताओं से नहीं खरीदी गई थीं। आरोप यह भी है कि पुल के दूसरे चरण के निर्माण के दौरान फ्लाई ऐश और सीमेंट को मिलाया गया था।

Prachi Chaudhary

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button