ITBP bus overturned in Tehri: उत्तराखंड के टिहरी में बड़ा हादसा: ब्रेक फेल होने से पलटी ITBP की बस, 24 जवान घायल
Major accident in Tehri, Uttarakhand: ITBP bus overturned due to brake failure, 24 soldiers injured
ITBP bus overturned in Tehri: ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ताछिला के पास आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) की एक बस पलट गई, जिससे 24 जवान घायल हो गए। बस में कुल 38 जवान सवार थे। हादसे के बाद घायल जवानों को प्राथमिक उपचार के लिए कंड़ी के स्वास्थ्य केंद्र और श्री देव सुमन अस्पताल, नरेंद्र नगर भेजा गया, जहां उनका उपचार जारी है। राहत की बात यह है कि हादसे में किसी भी जवान की जान नहीं गई है।
जम्मू-कश्मीर से लौट रहे थे जवान
मिली जानकारी के अनुसार, सभी जवान जम्मू-कश्मीर में चुनाव ड्यूटी पूरी करने के बाद उत्तरकाशी के मातली क्षेत्र जा रहे थे। रास्ते में ताछिला के पास बस का ब्रेक फेल हो गया, जिसके कारण बस अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। घायलों में नत्थीलाल, महेंद्र कुमार, प्रशांत, हवलदार राजकुमार, रवि रंजन और आलोक समेत अन्य जवान शामिल हैं। मेडिकल टीम के सदस्य अजय और मिलन ने बताया कि घटनास्थल पर ही सभी घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया।
दूसरी बस भी हुई हादसे का शिकार
प्रत्यक्षदर्शी नरेंद्र डंगवाल ने बताया कि आईटीबीपी की दो बसें जवानों को लेकर जा रही थीं। पहली बस के ब्रेक फेल होने से वह सड़क पर पलट गई, वहीं दूसरी बस के भी ब्रेक फेल हो गए थे। हालांकि, चालक की सूझबूझ से उसमें सवार सभी जवानों को सुरक्षित बचा लिया गया।
उत्तराखंड में नहीं थम रहे सड़क हादसे
उत्तराखंड में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में आए दिन कोई न कोई सड़क दुर्घटना सामने आ रही है। हाल ही में कोटद्वार में एक बारातियों से भरी मैक्स 200 फीट गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए थे।
जवानों की सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना के बाद प्रत्यक्षदर्शी नरेंद्र डंगवाल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की सुरक्षा करने वाले जवानों के लिए भी सुरक्षित परिवहन व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। उन्होंने आईटीबीपी के उच्च अधिकारियों से मांग की कि जवानों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द नई और सुरक्षित बसों का इंतजाम किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर उत्तराखंड की सड़कों की खस्ता हालत और परिवहन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि इस घटना के बाद आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि जवानों और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।