बदायूं। जनपद में अब मंदिर और मस्जिद मामले के लेकर एक नये विवाद को जन्म दिया गया है। अखिल भारत हिन्दू महासभा की ओर से अदालत में एक वाद दायर किया गया है। इस वाद में बदायूं की शम्सी मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा किया गया है। इस संबंध में हिन्दू महासभा की अर्जी पर अदालत ने सुनवाई की तिथि 15 सितम्बर है।
शम्सी मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर होने संबंधी दावा सिविल कोर्ट में किया गया है। इसमें अखिल भारत हिन्दू महासभा ने जामा मस्जिद की इंतजामिया कमेटी को प्रतिवादी बनाया है। इस प्रकरण में अदालत में इसी सप्ताह सुनवाई होना निर्धारित किया गया है।
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सिविल कोर्ट में इस मामले की पैरवी के लिए 18 अधिवक्ताओं के वकालतनामे लगाये हैं। ये सभी अखिल भारत हिन्दू महासभा का पक्ष अदालत में रखेंगे। जामा मस्जिद की इंतजामिया कमेटी की ओर से 3 वकील जामा मस्जिद का पक्ष लेकर अदालत में रखेंगे।
इस मामले को लेकर दोनो पक्षों ही नहीं, बल्कि शहर भर से लोगों की नजरें लगी हुई हैं। मुस्लिम वर्ग में खासकर कांग्रेस अल्प संख्यक विभाग के लोगों में बहुत बेचैनी है। वे इसे जानबूझकर पैदा किया अनावश्यक विवाद बता रहे हैं।
कांग्रेसियों की ओर राष्ट्रपति का एक ज्ञापन भी भेजा गया है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि यूपी में निचली अदालतें पूजा स्थल विशेष प्रावधान अधिनियम 1991 का खुला उल्लंघन कर रही हैं।