Poitical News: बीजेपी बनाम विपक्षी राजनीति के बीच जिस तरह से जदयू नेता नीतीश कुमार ने अपना पाला बदला है उससे देश की राजनीति अब पहले से ज्यादा गर्म हो गई है। बीजेपी जहां अब इस मुद्दे पर मौन हो गई है वही इंडिया गठबंधन से जुड़े बाकी दल नीतीश कुमार पर निशाना साधने नहीं चूक रहे हैं। कल से ही विपक्ष के किए नेता लगातार नीतीश की खानी को आगे बढ़ा रहे हैं। उधर जदयू ने भी अभी कुछ भी बोलने से परहेज कर रखा है। जदयू के एक नेता ने यहाँ तक कहा है कि वे लोग खुद भी परेशान हैं। ऐसा कैसे हो सकता है ? लेकिन जो हुआ वह आँख के सामने हैं। ऐसे में जो हुआ उसे झुठलाया भी नहीं जा सकता। लेकिन पार्टी के भीतर बहुत से लोग इस बात को यह मानने को तैयार नहीं है नीतीश कुमार अचानक कैसे बदल गए। इसके पीछे कोई बड़ा खेल हुआ है।
उधर आज कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी नीतीश कुमार हमला किया है। जयराम रमेश ने एक्स पर एक ट्वीट करते हुए कहा, ”शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार अपना मफलर राज भवन में भूल गए। आधे रास्ते से वापिस लौटकर लेने आए तो राज्यपाल चौंक गए कि इस बार तो 15 मिनट भी नहीं हुए। ‘
रमेश ने मीडिया को कहा कि नीतीश कुमार कोई आया राम गया राम नहीं है। वे तो आया कुमार और गया कुमार हैं। इसके बाद कांग्रेस ने कई और तरह की बाते कही है। रमेश ने कहा कि नीतीश जी के जाने से गठबंधन पर कोई बड़ा सारा नहीं पडेगा। यह सब नीतीश जी की खासियत है। वे आयाराम गयाराम नहीं है। रमेश ने कहा कि बिहार में जो कुछ भी हुआ है वह सब पीएम मोदी की तरफ से किया गया है।
रमेश ने कहा कि राहुल की न्याय यात्रा बिहार पहुँच गई है। देश के लोग भी देख रहे हैं कि उसी बिहार में राहुल को कितना समर्थन मिल रहा है। बिहार की तरफ देश देखता है। बिहार में भी इस बार बड़ा बदलाव होगा। यहाँ के लोग सब समझ रहे हैं। यहाँ की जनता राहुल की यात्रा में जो प्रतिक्रिया दे रहे हैं उस पर गौर करने की जरूरत है।
रमेश के बाद उद्धव ठाकरे ने भी नीतीश की राजनीति पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार देश के बड़े नेता हैं लेकिन उन्होंने जो किया वख ठीक नहीं है। राजनीति में शुचिता भी कोई चीज है। उधर उद्धव शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि नीतीश कुमार पलटू राम हैं। हलाकि संजय राउत ने यह भी कहा कि नीतीश ने जो भी किया है उससे कोई बड़ा असर नहीं पडेगा लेकिन नीतीश ने जो किया है उसे हमेशा याद किया जाएगा। आज की हालत तो यह है कि उनके बारे में समाजवादी भी जिस तरह की बाते कर रहे हैं उसे सुना नहीं जा सकता।