Hamza Bin Laden: खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन ने 11 सितंबर 2001 को आतंकी हमला करके अमेरिका को हिलाकर रख दिया था। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर समेत अमेरिका की दो सबसे ऊंची इमारतों पर हमला हुआ, जिसमें 3000 लोग मारे गए। यह अमेरिका और दुनिया पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था। इस हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी सील कमांडो ने मार गिराया था। 2019 में उसके बेटे हमजा बिन लादेन के मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन अब पता चल रहा है कि वह जिंदा है और एक बार फिर पूरी दुनिया में आतंकवाद की लहर पैदा करने के लिए सक्रिय हो गया है।
‘द मिरर’ की रिपोर्ट के मुताबिक ओसामा बिन लादेन का बेटा हमजा जिंदा है और आतंकी संगठन अलकायदा का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमजा के साथ उसका भाई अब्दुल्ला बिन लादेन भी सक्रिय है। नेशनल मोबिलाइजेशन फ्रंट जो तालिबान विरोधी सैन्य संगठन है, ने इस संबंध में एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हमजा अपने साथियों के साथ अफगानिस्तान में डेरा डाले हुए है। रिपोर्ट में लादेन के बेटे को आतंक का क्राउन प्रिंस बताया जा रहा है। खबर है कि वह उत्तरी अफगानिस्तान में एक ठिकाने पर छिपा हुआ है और 450 स्नाइपर्स लगातार उसकी सुरक्षा कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद से हालात और खराब हुए हैं। अब तालिबान के संरक्षण में अफगानिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग कैंप चल रहे हैं। खबरों के माने तो, हमजा बिन लादेन पंजशीर के दारा अब्दुल्ला खेल जिले की ओर बढ़ गया है, जहां करीब 450 अरब और पाकिस्तानी उसकी सुरक्षा के लिए तैनात हैं। इतना ही नहीं, उसकी कमान में अलकायदा को फिर से खड़ा करने की कोशिशें की जा रही हैं। रिपोर्ट की माने तो उसमे दावा किया गया है कि, अलकायदा आतंकवादी पश्चिमी देशों को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं।
दरअसल यह रिपोर्ट 2019 में हमजा के मारे जाने के दावे के उलट है। तब कहा गया था कि हमजा अमेरिकी हवाई हमले में मारा गया। माना जाता है कि हमजा ने ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अलकायदा की कमान संभालने वाले अयमान-अल-जवाहिरी के तहत आतंकी प्रशिक्षण प्राप्त किया था। 2019 में अपनी मौत की खबर से पहले हमजा बिन लादेन ने अमेरिका समेत कई देशों पर हमले की धमकी दी थी। हालांकि तब कहा गया था कि हमजा मारा गया, लेकिन यह नहीं बताया गया कि वह कब और कहां मारा गया। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से इस पर कुछ नहीं कहा गया।