Panchkula Suicide Case: बेटे का डांस, बेटियों की हँसी… और फिर मौत! पंचकूला के परिवार की कहानी रुह कंपा देगी
हरियाणा के पंचकूला से एक ऐसी खबर सामने आई, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। यहां एक परिवार ने जिंदगी से हार मानकर, मौत को गले लगा लिया। माता-पिता, पति-पत्नी और तीन बच्चे...इन सभी लोगों में कार में बैठकर एक साथ जहर खा लिया। कर्ज का बोझ ने इस हंसते-खलते परिवार के सात लोगों की जिंदगियां छीन ली
Panchkula Suicide Case: एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे पंचकूला को स्तब्ध कर दिया है। सेक्टर-27 में एक हंसते-खेलते परिवार के सात सदस्यों ने एक साथ मौत को गले लगा लिया। सोमवार की रात, जब दुनिया अपने घरों में सुकून से सो रही थी, तब प्रवीन मित्तल (42) अपने पूरे परिवार के साथ, एक कार में जहर खाकर इस दुनिया से हमेशा के लिए चले गए। उनकी पत्नी रीना (38), बूढ़ी मां विमला (71), पिता देशराज (72) और तीन मासूम बच्चे – जुड़वां बेटियां ध्रुविका और डलिशा (11) और बेटा हार्दिक (14) – सभी ने अपनी जान दे दी। यह मंजर देखकर हर कोई सन्न है, आखिर क्यों?
पुलिस की शुरुआती जांच और मौके से मिले दो सुसाइड नोट यही बताते हैं कि इस भयावह कदम के पीछे करोड़ों का कर्ज और फाइनेंसरों का बढ़ता दबाव था। सुसाइड नोट में प्रवीन ने अपनी आर्थिक तंगी और लगातार मिल रही धमकियों का जिक्र किया है। उनके ससुर राकेश गुप्ता भी यही कहते हैं, “करोड़ों के कर्ज ने मेरे दामाद को इतना तोड़ दिया था कि उसे परिवार समेत यह खौफनाक कदम उठाना पड़ा।”
प्रवीन का परिवार 2007-2008 में देहरादून से पंचकूला आया था। कभी स्क्रैप फैक्ट्री चलाने वाले प्रवीन को भारी घाटा हुआ। फिर देहरादून में फाइनेंसरों से कर्ज लेकर टूर एंड ट्रैवल का धंधा शुरू किया, वो भी चौपट हो गया। कर्ज का बोझ बढ़ता गया और धमकियां मिलने लगीं। इसी दबाव में वो 25 दिन पहले संकेतकड़ी में किराए के मकान में रहने आ गए थे, शायद कर्ज से बचने की आखिरी कोशिश।
लेकिन सवाल कई हैं, जो इस त्रासदी की गुत्थी को और उलझा रहे हैं। प्रवीन के भतीजे अंकित मित्तल हैरान हैं। उन्होंने कहा, “2007 में भी चाचा पर बैंक का कर्ज था, तब उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। अभी तो कर्ज के चलते आत्महत्या का सवाल ही नहीं उठता।” अंकित बताते हैं कि 30 अप्रैल को पूरा परिवार उनके भाई की शादी में दिल्ली आया था, सब कितने खुश थे! चाचा ने डांस भी किया था! 10 मई को भी उनसे बात हुई थी, कोई संकेत नहीं था कि वो इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
सीसीटीवी फुटेज ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। शाम 6:40 बजे परिवार सेक्टर-27 में पहुंचा और रात 10 बजे तक कार वहीं खड़ी रही। क्या जहर लोगों की नजरों से पहले ही खा लिया गया था? फुटेज में शाम 7 बजे से सुसाइड तक परिवार कार में नजर आया है। कार के शीशे पर तौलिया टंगा था। जब आसपास के लोगों को शक हुआ और उन्होंने पास जाकर देखा, तो प्रवीन बेसुध बैठे थे और पीछे की सीट पर बाकी लोग उल्टियां कर रहे थे। प्रवीन ने कहा, “हम घूमने आए थे, सब सो रहे हैं।” लेकिन लोगों का शक गहराया और पुलिस को बुलाया गया।
अब पुलिस प्रवीन के मोबाइल की जांच कर रही है, उन फाइनेंसरों की तलाश है जिन्होंने इस परिवार की जान ले ली। फोरेंसिक टीम सुसाइड नोट की लिखावट की जांच कर रही है ताकि पता चल सके कि ये किसने लिखा। एक सुसाइड नोट कार के डैशबोर्ड पर मिला, दूसरा बैग के अंदर।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर कर्ज के दलदल में फंसे लोगों की बेबसी को उजागर किया है। एक परिवार, जो शायद एक बेहतर जिंदगी की तलाश में था, कर्ज और धमकियों के बोझ तले दबकर मिट गया। इस घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। आखिर कब तक हमारे समाज में ऐसे लोग सिर्फ इसलिए जान गंवाते रहेंगे क्योंकि वे कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं? यह एक गंभीर सवाल है, जिसका जवाब हमें तलाशना होगा।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV