Pandit Pradeep Mishra: राधा रानी विवाद: नाक रगड़कर Pandit Pradeep Mishra ने मांगी माफी…!
Pandit Pradeep Mishra: ब्रज की महारानी, ब्रजवासियों के दिलों की धड़कन…हम सबकी प्यारी श्री राधा रानी पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने विवादित बयान दिया….तो फिर पूरे हिंदुस्तान में हल्ला मच गया। मथुरा से लेकर दिल्ली तक चर्चाएं होने लगी और पंडित प्रदीप मिश्रा का बहिष्कार किए जाने लगा। लेकिन अब उनको अपनी गलती समझ आ रही है।
राधा रानी पर दिए बयान के बाद विवादों में आए कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा बरसाना पहुंचे। वो 5 मिनट तक बरसाना में रहे। यहां उन्होंने राधा-रानी से दंडवत प्रणाम किया और नाक रगड़कर माफी मांगी। इसके बाद मंदिर से बाहर निकले। हाथ जोड़कर ब्रज वासियों का अभिनंदन किया। सुरक्षा को देखते हुए श्रीजी मंदिर के पास फोर्स तैनात है।
उन्होंने कहा-सभी ब्रजवासियों को बहुत-बहुत बधाई। राधा-रानी के दर्शन करने के लिए यहां पधारा हूं। मैं ब्रजवासियों के प्रेम की वजह से यहां आया हूं। लाडली जी ने खुद ही इशारा कर मुझे यहां बुलाया, इसलिए मुझे यहां आना पड़ा।
उन्होंने कहा- मेरी वाणी से किसी को ठेस पहुंची, तो उसके लिए माफी मांगता हूं। मैं ब्रजवासियों के चरणों में दंडवत प्रणाम कर माफी मांगता हूं। मैंने लाडली जी और बरसाना सरकार से क्षमा चाहता हूं। सभी से निवेदन है कि किसी के लिए कोई अपशब्द न कहें। राधे-राधे कहें, महादेव कहें। मैं सभी महंत, धर्माचार्य और आचार्य से माफी मांगता हूं।
दरअसल, प्रदीप मिश्रा ने अपने प्रवचन में कहा था- राधा जी का विवाह छाता में हुआ था। राधा जी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो राधा जी के पिता की कचहरी थी, जहां वह सालभर में एक बार आती थीं।