Himachal Water Problem: हिमाचल में पानी की किल्लत से लोग परेशान, वजह कर देगी हैरान!
Himachal Water Problem: देश में भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में सूख रहें जल स्त्रोत,शिमला शहर में पानी की किल्लत, कई इलाकों में चार से पांच दिन बाद आ रहा पानी, एमसी मेयर बोले अगले साल सतलुज से शिमला पानी पहुंचने पर समस्या का निपटारा होगा ।
अगर बात हिमाचल की करें तो यहां पर भीषण गर्मी से जल स्रोतों में पानी घट गया है। जिससे की शिमला में पानी की परेशानी लोगों को हो रही है। खबर तो ये है कि शहर के कई इलाकों में पिछले चार-पांच दिनों से पानी ही नहीं आ रहा है। यानी की पानी किल्लत विकट है। जिससे की शहर के लोग काफी परेशान हैं।
शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने भी माना की शिमला में पानी की समस्या चल रही है। लोगों को तीसरे चौथे दिन पानी दिया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भयंकर गर्मी के कारण जल परियोजनाओं में पानी का स्तर कम हो गया है। अगले साल तक सतलुज से शिमला में पानी आ जायेगा तो पानी की समस्या काफ़ी हद तक कम हों जायेगी।
भीषण गर्मी के चलते नैनीताल और भीमताल झील का जलस्तर गिरने लगा है, बारिश की कमी और जंगलों में भीषण आग के चलते जल स्रोतों पर संकट भी गहराने लगा है, जल स्रोत सूखने के कगार पर हैं तो झीलों का जलस्तर लगातार गिरने की वजह से पर्यटन कारोबार पर भी असर पड़ने लगा है
नैनीताल झील का जलस्तर 3 से 4 फ़ीट तक गिर चुका है, यही हाल भीमताल झील का भी है, कभी पानी से लबालब झीलें अब सूखती नज़र आ रही है, भीषण गर्मी और जंगलों में लगी आग की वजह से जल स्रोत सूखने की कगार पर हैं जिसका सीधा असर झीलों पर भी पड़ रहा है, पिछले 35 सालों में नैनीताल झील का स्तर सबसे कम है, देश विदेश से आए पर्यटक इस समय नैनीताल झील में नौकायन का लुत्फ़ तो उठा रहे हैं लेकिन चिंता का विषय यह है कि यदि आने वाले समय में नैनी झील के जलस्तर में इसी तरह गिरावट आती रही तो झील के अस्तित्व पर संकट गहराने लगेगा, स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले 35 सालों में नैनी झील का जलस्तर इतना कम कभी नहीं हुआ।