Delhi and Gujrat Fire News Update Today: दिल्ली से लेकर राजकोट के भीषण अग्निकांड पर पीड़ित परिवार इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। 25 मई का दिन अब जिंदगी भर ये भूला नहीं पाएंगे… अपने मासूमों से बिछड़ने का गम इन्हें पूरी तरह भीतर तक झकझोर चुका है…. मां-बाप अब भी अपने बच्चों से मिलने के लिए तड़प रहे हैं। जीटीवी अस्पताल के बाहर शव का इंतजार कर रहे है।
मृतक के परिजनों ने कहा कि अगर किसी एक व्यक्ति को भी बच्चों के साथ रहने दिया जाता तो शायद जिस वक्त आग लगी उसे वक्त लोग बच्चे को बचाकर बाहर आ सकते थे।
तो वहीं दूसरे परिजन ने कहा कि 12 घंटे बाद परिवार जनों को पता चला कि अब उनकी बच्ची इस दुनिया में नहीं है टीवी चैनल पर खबर देखने के बाद परिजन पहुंचे अस्पतल… पीड़ित परिजन ने कहा कि 17 दिन का बच्चा था पहली संतान है बच्चे को बुखार हुआ जिसकी वजह से एक डॉक्टर के कहने पर उन्होंने उसको यहां भर्ती किया था….
दिल्ली में हुए बेबी केयर सेंटर में भीषण आग के हादसे पर खबर है कि कि ये हादसा केवल हादसा नहीं है।सिलंडर किसी बम धमाकों की तरह फूटते रहे… नवजात विवेक विहार के इस चाइल केयर सेंटर में जन्म लेते ही भीषण आग में झुलस गए।…. लोगों की बदहवासी–चिल्लाने की आवाज़ आने लगी…यही नहीं धमाके से कार के एयरबैग तक खुल गए थे..
क्यों है लापरवाही?
चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर हुआ क्या…. 120 गज की बिल्डिंग में बेबी केयर सेंटर चल रहा था…..बेबी केयर सेंटर में मासूम के परिजनों के ठहरने की कोई भी व्यवस्था नहीं थी…ऑक्सीजन सिलेंडरों में सिलसिलेवार धमाके हुए ययय लेकिन गैरकानूनी ढंग से ऑक्सिजन की रिफिलिंग हो रही थी….2021 में तब एक नर्स नवजात को पीड़ती हुई पकड़ी गई थी तब पिटाई का वीडियो भी वायरल हुआ था….
बेबी केयर सेंटर के मालिक डॉक्टर नवीन खींची को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि ये डॉक्टर सेंटर में कभी कभार ही आता था। राजकोट में भी कई लोगों ने अपने मासूमों को खोया। यहां लोग दर्द में हैं.. आक्रोश में हैं। यहां कई गिरफ्तारियां हुईं.. पर पीड़ितों को गेम जोन की आग भीतर तक परेशान कर रही है।
पीड़ितों ने बताया कि अगर उनको जमानत मिली तो किसी को नहीं छोड़ूंगा में सबको मार डालूंगा.. तो वहीं दूसरे ने कहा कि जब इनके परिवार से कोई जाएगा तब इन्हे समझ आएगा.. चाहे जितने पैसे दे दे उससे क्या होगा?..
राजकोट में TRP मॉल के भीतर का सच ऐसा सामने आया है जिससे बाद समझा जा सकता है कि यहां इतने लोगों ने कैसे जान गंवा दी। बता दें कि यहां फायर फाइटिंग सिस्टम NOC नहीं लिया गया था..
इस बीच गुजरात हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए राज्य के 4 बड़े शहरों अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत के सभी गेम जोन की डिटेल मांगी है।दूसरी ओर आग लगने के मामले में दिल्ली में सियासी जंग भी हो रही है .
उमाभारती ने कहा कि जिनकी वजह से ये हादसा हुआ उन्हें फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए..बख्शा नहीं जाना चाहिए..दिल्ली सरकार ने जहां इस दर्दनाक घटना के जांच कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, तो वहीं राजकोट में पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है ….इस बीच अजमेर में भी एक रेस्टोरेंट में आग लगने की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई।