PM Modi Big Decision: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध के खतरे से बचा लिया। मोदी पुतिन को नहीं मनाते तो दुनिया का इतिहास..भूगोल सब कुछ बदल गया होता।बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति डर गए थे।हर जगह जेलेंस्की मदद की गुहार लगा रहे थे।उन्हें डर था कि अगर परमाणु हमला हुआ तो उनका देश पूरी तरीके से बर्बाद हो जाएगा। रूस और यूक्रेन के महायुद्ध को करीब 25 महीन हो गए हैं। पुतिन की सेना ज़ेलेंस्की के देश पर लगातार आक्रमण कर रही है। 2022 में युक्रेन पर परमाणु हमले का मन भी बना लिया था…लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को हिरोशिमा-नागासाकी जैसा एक ओर परमाणु हमला देखने से बचा लिया।
मोदी ने रुकवाया परमाणु हमला !
अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बड़ा खुलासा हुआ है, 2022 में यूक्रेन पर परमाणु हमले का प्लान तैयार है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन परमाणु हमले का विचार कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी की वजह से परमाणु हमला रुका। भारत जैसे अहम सहयोगी के हस्तक्षेप से माने पुतिन। आपको पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की ये मुलाकात और पीएम मोदी की ये सलाह अच्छे से याद होगी जब पीएम मोदी पुतिन को समझा रहे थे कि युद्ध किसी भी हाल में ठीक नहीं है। ये मुलाकात 16 दिसंबर 2022 को पीम मोदी के जन्मदिन से एक दिन पहले उजबेकिस्तान में हुई थी।
पूरी दुनिया जानती है कि भारत और रूस पुराने और गहरे दोस्त भी हैं। यही वजह है कि अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है अमेरिका ने रूस के परमाणु प्रहार को रोकने के लिए भारत से मदद मांगी। ये मदद कुछ और देशों से भी मांगी गई थी। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 के आखिर तक अमेरिका और पश्चिमी देशों की मदद से ताकतवर हुई यूक्रेन की सेना ने रूस पर पलटवार शुरू कर दिया था। जिसके बाद यूक्रेन में बढ़ती चुनौतियों से पुतिन का गुस्सा बढ़ा।परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का डर बढ़ा।रूस के कब्जे वाले खेरसॉन में बढ़ी यूक्रेनी सेनाएं । इससे पहले राष्ट्रपति पुतिन ने बाकायदा अपनी परमाणु फोर्स को एक्टिवेट कर दिया था। रूस परमाणु युद्धाभ्यास भी कर चुका था । दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार और उन्हें लॉन्च करने वाली मिसाइलें रखने वाले रूस को सिर्फ एक बहाना चाहिए था।
अमेरिका अधिकारियों ने रूस के उस बहाने पर भी बड़ा खुलासा किया है जिसके आधार पर यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की तैयारी की गई थी ।इसके लिए रूस के अधिकारियों और मीडिया ने अपनी सेना पर यूक्रेन की ओर से डर्टी बम के इस्तेमाल की खबर थी…रूस ने यूक्रेन के मित्र देशों बम के इस्तेमाल के खतरे के बारे में बताया। रूस के रक्षा मंत्री ने यूक्रेन के समर्थक देशों को फोन किया…अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और तुर्की को किया फोन और डर्टी बम पर क्रेमलिन की चिंता के बारे में बताया उस वक्त रूस के विदेश मंत्री भी परमाणु हमले पर खुलकर बयान देने लगे थे। हलांकि पीएम मोदी की पहल के बाद परमाणु युद्ध का ख़तरा टल गया।