Up Bijnor News: पुलिस ने दो सगी बहनों को किया गिरफ्तार
Police arrested two real sisters
Up Bijnor News: पुलिस ने दो ऐसी सगी बहनों को गिरफ्तार किया है जो ट्यूशन पढ़ाने के बहाने बच्चों के कानों से सोने की बालियां लेकर फरार हो जाती थी। यह दोनों बहने अलग अलग घटनाओं को अंजाम दे चुकी थी और पुलिस के लिए भी सर दर्द बनी हुई थी। पुलिस ने इनके पास से पीली धातू की 8 बालियां बरामद की है। पुलिस को अलग-अलग थानों से शिकायत मिल रही थी।दो महिलाएं बच्चियों को फ्री ट्यूशन पढ़ाने के बहाने अपने साथ ले जाती है,और बच्चियों को बहला फुसला कर उनके कानों से सोने की बलिया निकाल लेती है,उसके बाद आराम से फरार हो जाती थी।
बिजनौर के नागीना थाना क्षेत्र के लुहारी सराय निवासी रिज़वान पुत्र इरफान अहमद ने पुलिस को एक तहरीर देते हुए कहा कि,एक अज्ञात महिला जो बच्चियों को फ्री ट्यूशन पढ़ाने के बहाने इनायत पुत्री रफीक अहमद कुरैशी,इमराना पुत्री रिज़वान के कानों की धोखाधड़ी कर बालिया लेकर फरार हो गई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुये,जांच पड़ताल शुरू करा दी।
उधर नहटौर थाना क्षेत्र के मोहल्ला शीशग्रान निवासी जावेद पुत्र महबूब अहमद,ने पुलिस को तहरीर देते हुये बताया जुनैरा पुत्री जावेद,हुदा पुत्री खालिद को एक अज्ञात महिला द्वारा फ्री ट्यूशन पढ़ाने के बहाने धोखाधड़ी से दोनो बच्चियों के कानों से बालिया लेकर फरार हो गई, पुलिस ने इस घटना का खुलासा करने के लिए घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालने सुरु किये उन महिलाओं की जैसी दिखने वाली महिलाओं की जांच पड़ताल की गई तो,इस मामले का खुलासा एकदम चौकाने वाला सामने आया। प्रकाश में आया अभियुक्त नगमा परवीन, आशिया पुत्री अनवर अहमद निवासी मुहल्ला पठानपुरा नजीबाबाद को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इन दोनों महिलाओं से चार जोड़ी पीली धातु की बालियां बरामद की है।पुलिस के अनुसार पीड़ित बच्चियों ने भी इन महिलाओं को पहचान लिया,और बताया उनके द्वारा हमारे कानो से बालिया ली गई थी।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूछताछ में दोनों ने बताया हम दोनों सगी बहनें हैं,और आसपास के कस्बो में जाकर अपनी मां की बीमारी बताकर लोगों से मदद के नाम पर कुछ रुपए इकट्ठा करती थी। लोगो के घर आते जाते यह भी देख लेती थी की कौन से घर के बच्चों के कानों मे सोने क बलिया है। उसके बाद उसी जगह जाकर लोगों के बच्चों को फ्री ट्यूशन पढ़ाने की बात कह कर,और सरकारी स्कीम दिलाने के नाम पर बच्चों को अपने साथ ले जाती थी। उन बच्चों को बहला फुसला कर उनके कानों के कुंडल ले जाती थी।