Premanand Ji Maharaj: पैसे न देने पर कोई बद्दुआ या श्राप दें तो क्या करें?
कई बार ऐसे लोगों से सामना होता है जो भगवान के नाम पर संडक, गली में पैसे मांगते दिख जाते हैं या घर पर पैसे मांगने आ जाते है. कई बार ऐसे लोगो को देखकर दया भी आती हैं कि इनका जीवन कैसे है? कई बार मदद भी कर दी जाती है. कई बार ऐसा भी होता कि अगर कई व्यक्ति पैसे मांगने वाले को पैसे न दे पाए तो वह श्राप का डर देता है
Premanand Ji Maharaj: वृंदावन के प्रेमानंद महाराज जी एक प्रसिद्ध संत है. उनके सत्संग सुनने के लिए लाखों की संख्या में लोग आता है.
एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से प्रश्न पूछा कि कुछ लोग भगवान के नाम पर पैसे मांगते है और पीछे पड़ जाते हैं तो क्या करें? चलिए जानते हैं महाराज का जवाब..
कई बार ऐसे लोगों से सामना होता है जो भगवान के नाम पर संडक, गली में पैसे मांगते दिख जाते हैं या घर पर पैसे मांगने आ जाते है. कई बार ऐसे लोगो को देखकर दया भी आती हैं कि इनका जीवन कैसे है? कई बार मदद भी कर दी जाती है. कई बार ऐसा भी होता कि अगर कई व्यक्ति पैसे मांगने वाले को पैसे न दे पाए तो वह श्राप का डर देता है. इस स्थिती से निपटने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताया कि भगवान के नाम पर आपसे कोई पैसे मांगता हैं तो क्या करना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि कई बार ग्रस्त व्यक्ति श्राप और बद्दुआ के डर से घर आए बाबाओ को पैसे दे देता है ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी ना भोगनी पड़े , परंतु ऐसे बाबाओ से डरना नहीं चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों का श्राप इनको ही खुद लग जाता है इन लोगों में इतना सामर्थ ही नहीं कि इनका श्राप किसी को लगे।
आगे प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि , लेकिन ग्रस्त लोगों को अपने घर के दरवाजे पर ही किसी का स्वागत राधे-राधे श्याम बोलकर करना चाहिए। और यदि वह पैसे मांगे तो उन्हें मना कर दे और दरवाजा बंद कर दे। इससे कुछ अमंगल नहीं होगा। चाहे कितना भी बड़ा सिद्ध क्यों ना हो। फिर प्रेमानंद महाराज (premanand maharaj) जी बताते हैं कि , ग्रस्त व्यक्ति को तीन आदर करने चाहिए।
पहला – परिणाम या नमस्कार ,दूसरा – जल और तीसरा भोजन लेकिन इसके बाद अपनी श्रद्धा से आप पैसे दीजिए आपको अपराध नहीं माना जाएगा।
उसके बाद अतिथि का आदर करना चाहिए चाहे पापी से पापी पुरुषों हो एक बार राधे राधे बोलकर प्रणाम जरूर करें। मगर पैसे मांगे तो मना कर दे। कि मेरी श्रद्धा नहीं है किसी को जरूरत है तो उसे पानी ,भोजन और वस्त्र दे दे लेकिन पैसे बिल्कुल ना दे क्योंकि पैसा मेहनत से कमाया जाता ह। भगवान के नाम पर अपनी श्रद्धा मुताबिक भोजन , पानी और वस्त्र से लोगों का सहयोग करें या गौ सेवा करें परंतु किसी को पैसे ना दे।