नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मंगलवार को दूसरे दौर की पूछताछ हुई। इसके विरोध में कांग्रेस द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी कई वरिष्ठ नेताओं के साथ विजय चौर पर सड़क पर ही धरने पर बैठ गये।
इस क्षेत्र में धारा 144 लागू होने के बावजूद बीच सड़क पर धरने पर बैठे होने के कारण दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी व तमाम कांग्रेस सांसदों, वरिष्ठ नेताओं को जबरन वहां से उठाया और हिरासत में ले लिया गया। दिल्ली के डीएसपी का कहना है कि राहुल गांधी व उनके साथ हिरासत में लिये गये सभी कांग्रेसियों को वहां से किंग्सवे कैंप स्थित पुलिस कैंप ले जाया गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी के ईडी से पूछताछ के बाद घर जाने के बाद हिरासत में लिये गये सब लोगों को रिहा कर दिया गया।
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पुलिस हिरासत में राहुल गांधी ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी सरकार की तानाशाही दर्शाती है। पिछले 45 सालों से सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढी है। उन्होने कहा कि जनहितों के लिए कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा। उधर भाजपा का आरोप है कि पूरी कांग्रेस भ्रष्टाचार में लिप्त सोनिया और राहुल को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है, वह आम जनता के हितों के कभी संघर्ष नहीं करती।