Rajasthan(राजस्थान)
राजस्थान का नाम लेते ही ज़हन में रेगिस्तान, ऊंट और रंग-बिरंगे पोशाक पहने यहां के निवासियों का अक्स उभरता है. इसी वजह से ये देश का ऐसा सबसे बड़ा पर्यटन राज्य है जहां सालभर विदेशी पर्यटकों का आना लगा रहता है. पतंग की आकृति वाले इस राज्य में प्राचीन समय में आदिवासी कबीलों का शासन था. 2500 ईसा पूर्व भी राजस्थान के बसे होने की जानकारी मिलती है. इस प्रदेश के उत्तरी हिस्से में ही सिंधु घाटी सभ्यता पनपी थी. ये क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है. अरावली पर्वतमाला राजस्थान का एकमात्र पहाड़ी क्षेत्र है. इसी पहाड़ी की सबसे ऊंची चोटी पर राजस्थान का एकमात्र और प्रसिद्ध हिल स्टेशन माऊंट आबू बसा हुआ है. ऋगवेद में इस स्थान को ब्रह्मावर्त और रामायण में इसे मरुकांतर कहा गया है.
राजा-महाराजाओं की भूमि होने के कारण यहां बड़े-बड़े किले, महल और स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने देखने को मिलता है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि ये सबकुछ एक ऐसे प्रदेश में है जिसका एक बड़ा भू-भाग रेतीला रेगिस्तान है. भारत का सबसे बड़ा थार मरुस्थल इसी सूबे में है. यहां आने वाले पर्यटकों को मनुष्य से ज्यादा ऊंट और हाथी देखने को मिलते हैं. यहां भारत की एक मात्र नमकीन नदी बहती है जिसका नाम लूणी नदी है. हैरानी की बात तो ये है कि अपने उद्गम स्थल पर ये नदी मीठा पानी उगलती है लेकिन आगे बढ़ते बढ़ते अचानक इसका पानी खारा होने लगता है. आगे जाकर ये नदी समुद्र में नहीं मिलती बल्कि गुजरात के कच्छ क्षेत्र में अचानक विलुप्त हो जाती है. कला और संस्कृति की जितनी विविधता यहां देखने को मिलती है उतनी किसी और राज्य में देखने को नहीं मिलती.
पर्यटन
इस राज्य के ज्यादातर पर्यटन स्थलों को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित कर रखा है. यहां आने वाले पर्यटकों को इसके गौरवशाली इतिहास और संस्कृति मंत्रमुग्ध कर देती है.
जयपुर- ये शहर राजस्थान की राजधानी है और इसे पिंक सिटी के नाम से भी जाना जाता है. प्राचीन भव्य इमारतों, शाही किलों और महलों के लिए ये शहर पर्यटन का मुख्य आकर्षण केंद्र है. यहां पर्यटकों के लिए हवा महल, जयगढ़ का किला, आमेर का किला, नाहरगढ़ का किला, जल महल और जंतर मंतर मौजूद हैं.
जैसलमेर- थार मरुस्थल के लहरदार सुनहरे रेत के टीलों के कारण इस स्थान को गोल्डन सिटी भी कहा जाता है. ये शहर हवेलियों और महलों के साथ साथ जैन मंदिरों और झीलों के लिए भी जाना जाता है. इसके अलावा यहां पर्यटक डेजर्ट सफारी का भी आनंद ले सकते हैं. यहां के मुख्य दर्शनीय स्थलों में जैसलमेर का किला, पटवों की हवेली, नथमल की हवेली, सलीमसिंह की हवेली, कुलधरा गांव और भारत-पाकिस्तान सीमा शामिल है.
जोधपुर- इतिहास के प्रति उत्साहित रहने वाले लोगों के लिए ये शहर आकर्षण का केंद्र है. 13वीं शताब्दी में ये शहर मारवाड़ साम्राज्य का हिस्सा था. 1459 में मारवाड़ के राजा राव जोधासिंह ने इस शहर का निर्माण किया था. जयपुर की तरह यहां भी एक ही रंग से घरों को रंगने का प्रचलन है. यहां लोग नीले रंग के घरों को रंगते हैं. लेकिन पूरे साल यहां उज्ज्वल धूम खिली रहती है इसलिए इसे सन सिटी के नाम से जाना जाता है. यहां देखने के लिए उम्मेद भवन पैलेस, मेहरानगढ़ किला, डेजर्ट रॉक पार्क जैसे कई दर्शनीय स्थल हैं.
माउंट आबू- ये राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है इसलिए इस राज्य का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी है. अरावली पर्वत श्रृंखला के ढलान में स्थित ये स्थान अपनी खूबसूरती और ठंडी वादियों के कारण लोगों को आकर्षित करता है. यहां प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय केंद्र का हेटक्वार्टर भी है. दिलवाड़ा जैन मंदिर, नक्की झील, सनसेट प्वाइंट और वन्यजीव अभयारण्य देखने लायक हैं.
बीकानेर- ये शहर पर्यटकों को अपने दर्शनीय स्थलों के अलावा खान-पान की विविधता के कारण भी खूब आकर्षित करता है.यहां की स्वादिष्ट मिठाइयां और नमकीन काफी प्रसिद्ध हैं. यहां जूनागढ़ का किला, करणीमाता मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, लालगढ़ पैलेस, ऊंट अनुसंधान केंद्र और गजनेर पैलेस जैसे स्थान देखे जा सकते हैं.
उदयपुर- इसे पूरब का वेनिस कहा जाता है. यहां अरावली की हरी ढलानों और नीले-नीले पानी की झीलों का अद्भुत सामंजस्य देखने को मिलता है. पर्यटक इन झीलों में नाव की सवारी भी कर सकते हैं. पिछोला झील और फतेह सागर झील यहां के मुख्य आकर्षण हैं. सज्जन गढ़, सिटी पैलेस, ताज लेक पैलेस, सहेलियों की बाड़ी और जगदीश मंदिर घूमा और देखा जा सकता है.
चित्तौरगढ़- ये शहर वीर महाराणा प्रताप और श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त मीरा बाई की जन्मस्थली है. यहां का किला प्राचीन भारत के वास्तुशिल्प कलाकारों की महारत को दर्शाता है. चित्तौरगढ़ का किला भारत का सबसे बड़ा किला है. जौहर करने वाली रानी पद्मावती के कथाओं के लिए भी ये किला काफी प्रसिद्ध है. चित्तौरगढ़ दुर्ग के अलावा यहां विजय स्तंभ, कीर्ति स्तंभ, पद्मिनी पैलेस, मीरा मंदिर और राणा कुंभा का महल दर्शनीय है.
रणथंभौर नेशनल पार्क- ये नेशनल पार्क पूरी दुनिया में मछली नाम की एक बाघिन के कारण खूब प्रसिद्ध है. ये बाघिन 20 साल तक जिंदा रही और 11 बच्चों की मां बनी. रणथंभौर में इस समय जितने बाघ है लगभग सभी को मछली का वंशज माना जाता है. बाघिन मछली ने एक बार अपने बच्चों को बचाने के लिए 10 फीट लंबे मगरमच्छ का शिकार किया था. इसे लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला और इसपर डाक टिकट भी जारी हुआ. इस अभयारण्य के अंदर पहाड़ी पर एक पुराना किला भी है.
पुष्कर- ये अजमेर का एक पवित्र शहर है यहां एक पवित्र झील भी है. कहते हैं ये झील भगवान शंकर के आंसुओं से बना है. यहां भगवान ब्रह्मा का एक मंदिर भी है. ये शहर हिन्दुओं की आस्था का एक बड़ा केंद्र है.
अजमेर- यहां का एक मजार मुसलमानों का पवित्र तीर्थ है.इसके अलावा यहां आनासागर झील, फॉय सागर झील, बूंदी का तारागढ़ किला, पृथ्वीराज चौहान की स्मारक और अढ़ाई दिन का झोपड़ा दर्शनीय है.
व्यवसाय और रोज़गार
राजस्थान का 60 फीसदी इलाका मरुस्थल है और 10 प्रतिशत इलाका पहाड़ी है. राज्य में केवल 11 प्रतिशत इलाका ही खेती किसानी के लायक है. बावजूद यहां के लोगों की जीविका मुख्य रूप से खेती किसानी ही है. यहां की मुख्य उपज गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का, धान और गन्ना है. किसान तंबाकू और कपास की खेती भी करते हैं. मसाले वाली फसलें भी राजस्थान में खूब उगाई जाती है जिसमें मिर्च, धनिया, सौंफ, हल्दी, अदरक और लहसून प्रमुख है. सीसा और जस्ता उत्खनन में राजस्थान का एकछत्रराज है. चांदी का भी 80 प्रतिशत से ज्यादा भंडार राजस्थान में ही है. उच्चकोटि के सफेद संगमरमर पत्थरों के लिए भी ये सूबा प्रसिद्ध है. सीमेंट उत्पादन में इसे देश में दूसरा स्थान प्राप्त है. यहां के लोग सूती वस्त्र उद्योग में भी महारथी हैं इसके अलावा पशु पालन और दुग्ध उत्पादन में भी राज्य का नाम आता है. पशु पालन से जुड़ा ऊन उद्योग भी यहां प्रसिद्ध है.
अन्य जानकारियां
राजस्थान में कुल आबादी के 75 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं. यहां प्रति 1000 पुरुषो में 928 महिलाएं हैं. सूबे में साक्षरता दर 66.1 प्रतिशत है. पुरुषों में साक्षरता 79.2 प्रतिशत है तो महिलाओं में 52.1 प्रतिशत है. सबसे ज्यादा साक्षरता वाला जिला कोटा है तो वहीं जालौर जिले में सबसे कम साक्षरता है. सौर ऊर्जा से बिजली बनाने में ये सूबा देश में अव्वल है. सूचना का अधिकार अपनाने में भी राजस्थान पहला राज्य है. जोधपुर का जिला और सत्र न्यायालय देश का पहला ऑन लाइन कोर्ट बना था. चुरू जिला सूबे का सबसे गर्म तापमान वाला जिला है.