लखनऊ: सपा मुखिया अखिलेश यादव के राजनीतिक सितारे इन दिनों अच्छे नहीं चल रहे हैं। एक तरफ उनसे आजम खान और शिवपाल यादव सरीखे पार्टी के वरिष्ठ नेता नाराज हैं, वहीं सहयोगी दलों के नेता भी अखिलेश से नाखुश हैं। सपा के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने तो सीधे-सीधे अखिलेश यादव को नसीहत ही दे डाली है कि वे एसी कमरों से बाहर निकलकर जनता के बीच जाना और रहना सीखें, तो यह उनके लिए बेहतर होगा।
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सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की छवि बड़बोले नेताओं के रुप में होती है। राजभर की राजनीति भी इन दिनों धीमी है, उनकी कहीं कोई पूछ नहीं हो रही। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। राजभर को उम्मीद थी कि सपा की सरकार बन सकती है, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। सपा का सहयोगी दल होने के बावजूद सुभासपा के महज छह उम्मीदवार ही विधायक बन सके।
अखिलेश न तो अपनी पार्टी के नेताओं और न ही सहयोगी दलों ने प्रमुख नेताओं को पूछ रहे हैं। सपा मुखिया की उपेक्षा से आहत सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव को ही निशाना बनाना शुरु कर दिया है। राजभर को कहना है कि सपा नेता उनसे शिकायत करते हैं कि अखिलेश उनसे नहीं मिलते हैं। वे पार्टीं के नेताओं की बात सुनने को ही तैयार नहीं हैं। उन्होने कहा कि अखिलेश यादव को एसी कमरों में रहने की लत लग गयी है और वे उनसे बाहर ही निकलना नहीं चाहते।
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने यहां तक कह दिया कि यदि अखिलेश यादव सपा नेताओं और सहयोगी दलों के नेताओं से मिलने के लिए एसी कमरों से बाहर नहीं निकलेगें, तो उन्हें सपा मुखिया को एसी कमरों से बाहर निकालने के लिए कुछ करना होगा। राजभर का यह बयान अप्रत्यक्ष रुप से अखिलेश की राजनीतिक कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।