नई दिल्ली: त्योहारी सीजन से पहले RBI ने दिया झटका से पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा झटका देते हुए. एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी. आखिर रेपो रेट में हुई इस बढ़ोतरी का आम जन-जीवन पर क्या असर पड़ेगा.
एक ओर जहां, डॉलर के मुकाबले रूपया दिनों-दिन गिरता जा रहा है. तो वहीं, शुक्रवार को RBI ने भी त्योहरी झटका दे दिया है. दरअसल, रिजर्व बैंक ने चैथी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी करते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की है. रेपो रेट में हुई इस बढ़ोतरी से मौजूदा दर 5.90 फीसदी पर पहुंच गई है. जो तीन साल में सबसे अधिक है.
क्या होता है रेपो रेट ?
रेपो रेट वह दर होती है. जिस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अन्य व्यापरिक बैंको को कर्ज देता है. जब इसकी दर में बढ़ोतरी होती है तो बैंको को रिजर्व बैंक से महंगी दर पर कर्ज मिलता है. जिससे बैंक ग्राहकों को महंगी दर पर कर्ज देते हैं और लोन की किस्त महंगी हो जाती है. जिस प्रकार आम लोग अपनी जरूरतों के लिए बैंको से कर्ज लेते है. ठीक उसी प्रकार हमारी कर्ज की मांग को पूरा करने के लिए ये बैक रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं. जिसके लिए रिजर्व बैंक ब्याज चार्ज करता है.
रेपो रेट बढ़ने का क्या होगा असर ?
रेपो रेट की दर बढ़ने से होम लोन, कार लोन, प्रॉपर्टी लोन जैसे सभी प्रकार के लोन महंगे हो जाएंगे. जिससे पूंजी तरलता में कमी आएगी और महंगाई पर कुछ हद तक रोक लग सकती है. माना जा रहा है कि, महंगाई को कम करने के लिए केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है. दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों ने महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है.