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Arif Aqeel Passed Away: 72 साल की उम्र में शेर ए भोपाल का निधन, राजनीति में 4 दशकों तक रहा दबदबा

Sher-e-Bhopal passed away at the age of 72, dominated politics for 4 decades

Arif Aqeel Passed Away:  कांग्रेस पार्टी ( congress party) के कद्दावर नेता और पूर्व में कमल नाथ सरकार में मंत्री रहे आरिफ अकील (Arif Aqeel) का आज सुबह भोपाल के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।

सोमवार की सुबह राजधानी के आसमान से बारिश की बूंदें गिर रही थीं, लेकिन शहर को कुछ बुरी खबरें भी मिल रही थीं। पूर्व मंत्री आरिफ अकील उर्फ ​​शेर-ए-भोपाल पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। रविवार सुबह उनकी हालत बिगड़ने के दौरान उन्हें भोपाल के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर शाम तक उनकी बिगड़ती हालात के चलते उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। रात होते होते खबर आई कि शेर ए भोपाल को बीमारी ने पस्त कर दिया। हालांकि देर तक इस खबर की अधिकृत पुष्टि नहीं हो पा रही थी। सोमवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे उनके निधर की खबर पर अंतिम मुहर लग गई।

सोमवार की सुबह पूर्व मंत्री आरिफ अकील उर्फ ​​शेर-ए-भोपाल का 72 साल की उम्र में निधन हो गया. आपको बता दें  राजधानी भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट से 40 साल के अनुभवी आरिफ अकील कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री रह चुके हैं। अलग सोच वाले राजनेता अकील खाद्य, जेल और अल्पसंख्यक कल्याण जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं। अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत में उत्तर विधानसभा सीट पर अपनी पकड़ बनाने वाले अकील जनता दल से चुनाव लड़ चुके हैं।  इसके बाद कांग्रेस के साथ सियासी सीढ़ियां चढ़ते हुए उन्होंने भाजपा के कई दिग्गजों को चुनावी मैदान में परास्त किया। भाजपा शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उत्तर विधानसभा को गोद ले लिए जाने का असर भी अकील के मजबूत किले को नहीं डिगा पाई।

छात्र से विधानसभा तक का सफर

आरिफ अकील की सियासी पारी की शुरुआत छात्र राजनीति से हुई। सैफिया कॉलेज की सियासत में लंबे समय तक उनका दबदबा कायम रहा। कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव पद्धति जारी रहने तक उनका यह जलवा कायम ही रहा। इसके बाद अकील ने जब विधानसभा की दहलीज पर कदम रखा तो दोबारा पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार जीत के रिकॉर्ड में एक नाम उनका भी शामिल है।

सबसे ज्यादा शिक्षित विधायकों में शामिल 

आरिफ अकील के हिस्से शैक्षणिक डिग्रियों की भरमार रही है। उन्होंने कई स्नातकोत्तर डिग्री के साथ विधि की पढ़ाई भी की थी। पिछली कांग्रेस सरकार में शामिल रहे विधायक मंत्रियों में सबसे ज्यादा डिग्रियां रखने वाले अकील ही थे।

छात्र राजनीति से विधानसभा तक

आरिफ अकील की सियासी पारी की शुरुआत छात्र राजनीति से हुई। सैफिया कॉलेज की सियासत में लंबे समय तक उनका दबदबा कायम रहा। कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव पद्धति जारी रहने तक उनका यह जलवा कायम ही रहा। इसके बाद अकील ने जब विधानसभा की दहलीज पर कदम रखा तो दोबारा पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार जीत के रिकॉर्ड में एक नाम उनका भी शामिल है।

सबसे ज्यादा शिक्षित विधायकों में शामिल 

आरिफ अकील के पास कई शैक्षणिक डिग्रियाँ हैं। उन्होंने कानून की पढ़ाई की है और कई स्नातकोत्तर डिग्रियाँ भी हासिल की हैं। अकील पिछली कांग्रेस सरकार में सबसे ज़्यादा डिग्रियाँ पाने वाले विधायक मंत्री थे।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जताया शोक

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरिफ अकील के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हम 40 साल से दोस्त थे और आरिफ अकील को पारिवारिक मित्र बताया।

  ऐसा था आरिफ अकील का विधानसभा में दबदबा

वे 1990 में भोपाल उत्तर सीट से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। 1993 में आरिफ भाजपा उम्मीदवार रमेश शर्मा से हार गए थे। 1998 से 2018 तक आरिफ अकील भोपाल उत्तर से विधायक रहे।

Prachi Chaudhary

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